कंपनी बोर्ड में भारतीय महिलाओं की संख्या बढ़ी, बीते 6 साल में हुई दोगुनी
भारतीय कंपनियों में निदेशक मंडल स्तर पर महिलाओं की संख्या बीते 6 साल में दोगुनी हो गई है।
नई दिल्ली: भारतीय कंपनियों में निदेशक मंडल स्तर पर महिलाओं की संख्या बीते 6 साल में दोगुनी हो गई है। भारतीय कंपनियों में इस स्तर (निदेशक मंडल) पर महिलाओं की संख्या साल 2015 में 11.2 फीसदी हो गई। बीते साल यही आंकड़ा 5.5 फीसदी था। यह जानकारी क्रेडिट सुइस की हालिया रिपोर्ट के जरिए सामने आई है।
क्रेडिट सुइस रिसर्च इंस्टिट्यूट की द्विवार्षिक सीएस जेंडर 3000 रिपोर्ट के अनुसार एशिया प्रशांत क्षेत्र में लैंगिक विविधता के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की है और भारत ने 14.7 फीसदी की वैश्विक औसत से महिला-पुरुष के अंतर को कम किया है। जहां तक बात निदेशक स्तर पर महिलाओं के प्रतिनिधित्व की है तो यहां पर भी प्रगति देखने को मिली है। हालांकि वरिष्ठ प्रबंधन स्तर पर महिलाओं की भागेदारी में इस स्तर में सकारात्मक रुख दिखाई नहीं दिया।
कैसा है महिलाओं की भागेदारी का स्तर:
वैश्विक स्तर पर बोर्डरूम में महिलाओं की संख्या 2013 में 12.7 फीसदी थी, जो 2015 के अंत तक बढ़कर 14.7 फीसदी हो गई। कंपनियों के बोर्ड में महिलाओं की संख्या के हिसाब से नॉर्वे 46.7 फीसदी आंकड़े के साथ सबसे आगे है।
अगर भारत में वरिष्ठ प्रबंधन स्तर पर महिलाओं की भागेदारी को देखा जाए तो साल 2014 में यह आंकड़ा 7.8 फीसदी था, यह साल 2015 में घटकर 7.2 फीसदी पर आ गया। वरिष्ठ प्रबंधन स्तर पर महिलाओं की भागीदारी के मामले में भारत थोड़ा पिछड़ा हुआ है और यह निचले स्तर पर है। वहीं अगर अन्य देशों की बात की जाए तो जापान और दक्षिण कोरिया यह आंकड़ा प्रतिशत 2.3 है।