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यूनीलिवर ने खुद माना पतंजलि दे रहा है कड़ी टक्कर, एचयूएल ने तैयार की नई रणनीति

देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलिवर (एचयूएल) की पेरेंट कंपनी यूनीलिवर ने पहली बार माना है कि उसे रामदेव की कंपनी पतंजलि के टक्कर मिल रही है

By Surbhi JainEdited By: Published: Thu, 20 Oct 2016 11:18 AM (IST)Updated: Thu, 20 Oct 2016 11:20 AM (IST)
यूनीलिवर ने खुद माना पतंजलि दे रहा है कड़ी टक्कर, एचयूएल ने तैयार की नई रणनीति

नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलिवर (एचयूएल) की पेरेंट कंपनी यूनीलिवर ने पहली बार माना है कि उसे रामदेव की कंपनी पतंजलि के टक्कर मिल रही है। यूनिलीवर ने बताया कि कंपनी इससे निपटने के लिए नैचरल सेगमेंट में नए प्रोडक्ट्स लॉन्च करने की तैयारी में है। आपको बता दें कि ऐसा दूसरी बार हुआ है जब किसी बड़ी ग्लोबल कंज्यूमर कंपनी ने पतंजलि की बढ़ते ग्रोथ को माना है। इससे पहले कॉलगेट पामोलिव ने मई के महीने में कहा था कि देश में नैचरल सेगमेंट तेजी से बढ़ रहा है और कंपनी को इसमें अपने लिए अवसर तलाशने होंगे।

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यूनिलीवर के लिए पतंजलि ने बढ़ाई चिंता:

यूनिलीवर ने अपने जुलाई-सितंबर के नतीजे घोषित होने के बाद निवेशकों के साथ एक कॉन्फ्रेंस की। इसमें कंपनी के हेड (इनवेस्टर रिलेशंस), एंड्रयू स्टीफन ने कहा कि भारत में हर्बल सेगमेंट में कुछ बेहद शानदार उदाहरण हैं। उनका कहना था, ‘पतंजलि के संबंध में काफी रुचि के साथ बात की जा रही है’ और हिमालया पर्सनल केयर के नैचरल सेगमेंट में दबदबा रखती है।

10 वर्षों में 5 हजार करोड़ रुपए की कंपनी खड़ी की:

बाजार में हर्बल प्रोडक्ट्स की मांग लोगों के बीच सेहत को लेकर बढ़ती जागरूकता और आयुर्वेद के फायदों की जानकारी से बढ़ रही है। पतंजलि ने 10 वर्षों से कम समय में 5,000 करोड़ रुपये की कंपनी बना दी है। इस नए कॉम्पिटिशन से निपटने के लिए मल्टीनैशनल कंपनियों ने अब आयुर्वेद की ओर ध्यान देना शुरू कर दिया है।

उदाहरण के तौर पर, कॉलगेट ने वेदशक्ति टूथपेस्ट लॉन्च किया है, जबकि लॉरियल ने गार्नियर अल्ट्रा ब्लेंड्स के तहत नैचरल इंग्रीडिएंट्स के साथ एक हेयर केयर रेंज पेश की है।

यूनिलीवर नई स्ट्रैटेजी बनाने की तैयारी में:

एचयूएल ने अपने पर्सनल केयर पोर्टफोलियो में कई नए प्रॉडक्ट लॉन्च किए हैं। बीते फाइनेंशल ईयर में कंपनी के 32,000 करोड़ रुपए के रेवेन्यू में इस सेगमेंट की हिस्सेदारी लगभग आधी थी। कंपनी के नेट प्रॉफिट में इसने दो-तिहाई का योगदान दिया था।

बाबा रामदेव ने अप्रैल महीने में दावा किया था कि पतंजलि आयुर्वेद के पास यूनिलीवर, कोलगेट और नेस्ले जैसी दिग्गज एमएनसी कंज्यूमर प्रॉडक्ट कंपनियों को पीछे छोड़ने की क्षमता है।


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