योग कारोबार को मिलेगा रियायतों का तोहफा
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सफलतापूर्वक आयोजित करने के बाद केंद्र सरकार योग को बढ़ावा देने के लिए अहम घोषणा करने की तैयारी में है।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सफलतापूर्वक आयोजित करने के बाद केंद्र सरकार योग को बढ़ावा देने के लिए सिर्फ जुबानी जमा खर्च नहीं करने जा रही बल्कि इन्हें प्रोत्साहित करने के लिए अहम घोषणा करने की भी तैयारी में है।
सरकार बहुत जल्द ही न सिर्फ योग से जुड़े उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए खास रियायतों की घोषणा करेगी, बल्कि महत्वाकांक्षी मेक इन इंडिया कार्यक्रम के जरिये भी इसे पूरा बढ़ावा देगी।
अच्छे दिन की शुरुआत
सरकार की यह मुहिम भारत में योग से जुड़े कारोबार के लिए अच्छे दिनों की ठोस शुरुआत कर सकता है। निजी क्षेत्र में भी दुनिया में 80 अरब डॉलर के योग के कारोबार में हिस्सा हथियाने की नई ललक दिखाई दे रही है। योग से जुड़े सामानों की बिक्री करने के दर्जनों एप और ऑन लाइन शॉपिंग दुकानें भी खुल चुकी हैं। सरकार व निजी क्षेत्र की यह मुहिम न सिर्फ भारत में लाखों लोगों को रोजगार देगा बल्कि योग के मौजूदा कारोबार को कई गुना बढ़ा सकता है।
प्रोत्साहन को तैयार हो रही नीति
सूत्रों के मुताबिक राजग सरकार ने अपनी पहले पूर्ण बजट में योग को विशेष दर्जा देने की घोषणा की थी और इसे दानार्थ संस्था के तर्ज पर प्रोत्साहन देने की बात हुई थी। इस बारे में विस्तृत नीति तैयार की जा रही है। जबकि मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत योग से संबंधित उत्पाद बनाने और योग को सेवा के तौर पर निर्यात करने के लिए बढ़ावा दिया जाएगा।
मेक इन इंडिया को लेकर सरकारी प्रपत्र में कहा गया है कि योग और आयुर्वेद से जुड़े स्वास्थ्य संबंधी उत्पादों का बाजार भारत में 120 अरब रुपये का हो गया है। हाल ही में घोषित विदेश व्यापार नीति में भी सेवा निर्यात के लिए एक अलग स्कीम (एसईआइएस) बनाई गई है। सरकार की तैयारी योग को भी इसमें शामिल करने की है। इसके तहत सरकार योग को भारत से निर्यात होने वाले एक अहम सेवा ब्रांड के तौर पर प्रोत्साहित करेगी।
पतंजलि के 10 हजार केंद्र
योग कारोबार को लेकर निजी क्षेत्र की तैयारियां भी जोरों पर है। पिछले दिनों बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने हरियाणा समेत तमाम राज्यों में 10 हजार ऐसे केंद्र खोलने का ऐलान किया है, जहां योग व आयुर्वेद को बढ़ावा दिया जाएगा।
पतंजलि का कारोबार पिछले दो वर्षों में 1200 करोड़ रुपये से बढ़ कर 2000 करोड़ रुपये का हो गया है। सिर्फ योग के दौरान पहने जाने वाले कपड़ों के बाजार का आकार बहुत जल्द दो हजार करोड़ रुपये की हो जाएगी। यही वजह है कि प्रयोग, भुसत्वा, फॉरइवर योग, अर्बन योग, डू यू स्पीक ग्र्रीन जैसी नई कंपनियां योग से जुड़े कपड़े बनाने के मैदान में उतर आई हैं।
नए उद्यमियों में जोश
इन संभावनाओं को देख कर ही सैकड़ों नए उद्यमी योग कारोबार में उतरना चाहते हैं। रविवार को वर्कशॉप नाइन (9) ने दिल्ली में योग से जुड़े उद्यमियों का पहला वर्कशॉप आयोजित किया था। इसके संचालक सौम्य उपाध्याय ने दैनिक जागरण को बताया कि योग से जुड़े दर्जनों कारोबार के दरवाजे भारत में खुलेंगे। यह कपड़ों से लेकर योग पर्यटन, योग चिकित्सा, योग फंडिंग से जुड़ा होगा।