जीएसटी से जीडीपी को 1.5 फीसद का सहारा
लोकसभा के जीएसटी बिल पास होने पर इंडिया इंक ने खुशी जताई है। उद्योग जगत के विशेषज्ञों के अनुसार जीएसटी के नए सिस्टम से आर्थिक विकास दर को 1.5 फीसद का सहारा मिलेगा। जीएसटी के कारण पूरे देश में एक बाजार बनेगा।
नई दिल्ली । लोकसभा के जीएसटी बिल पास होने पर इंडिया इंक ने खुशी जताई है। उद्योग जगत के विशेषज्ञों के अनुसार जीएसटी के नए सिस्टम से आर्थिक विकास दर को 1.5 फीसद का सहारा मिलेगा। जीएसटी के कारण पूरे देश में एक बाजार बनेगा।
उद्योग चैंबर सीआइआइ के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी के मुताबिक पूरे भारत को एक बाजार बनाने की दिशा में यह पहला कदम है। जीएसटी बहुत ही दूरगामी कर सुधार है। इसके जरिये इंडस्ट्री को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। टैक्स पर टैक्स कम होगा। इंडस्ट्री को फायदा मिलेगा। ट्रेड का वॉल्यूम बढ़ने से विकास होगा। हर राज्य के टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी से उनको फायदा होगा।
एसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने कहा कि गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स के कारण सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 1.5 फीसद की बढ़त दर्ज होगी। साथ ही बिल का पास होना विदेशी निवेशकों को मजबूत संकेत देगा।
पीएचडी चैंबर के अध्यक्ष आलोक बी श्रीराम के मुताबिक जीएसटी के लागू होने से भारतीय अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा। इसकी वजह से देश 10 फीसद से ऊपर की दर से विकास कर सकेगा। इसके जरिये जटिल कर व्यवस्था सरल होगी और भारत को एक बाजार बना देगी।
रिसर्च फर्म डिलॉयट की सीनियर डायरेक्टर सलोनी रॉय के मुताबिक जीएसटी देश में बहुत बड़ा कर सुधार है। इसके जरिये कई टैक्स कम होंगे। दोहरे टैक्स समेत कई तरह की अड़चनें दूर होंगी। केपीएमजी के इनडायरेक्ट टैक्स पार्टनर प्रतीक जैन के मुताबिक लोकसभा में जीएसटी पारित होने से यह संकेत मिलता है कि इस पर राजनैतिक दलों की सहमति है।
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