साल 2016-17 तक भारत मांगेंगा 55 फीसद ज्यादा गैस!
माना जा रहा है कि देश में गैस की मांग में तेजी से इजाफा होने वाला है। भारत में प्राकृतिक गैस की मांग में 2016-17 तक 55 फीसद की बढ़ोतरी हो सकती है। इस बढ़ोतरी के साथ यह 37.
नई दिल्ली। माना जा रहा है कि देश में गैस की मांग में तेजी से इजाफा होने वाला है। भारत में प्राकृतिक गैस की मांग में 2016-17 तक 55 फीसद की बढ़ोतरी हो सकती है। इस बढ़ोतरी के साथ यह 37.8 करोड़ स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (एससीएम)पर पहुंच सकता है लेकिन इसकी उपलब्धता मांग के मुताबिक कम पड़ सकती है।
यह जानकारी पेट्रोलियम एवं नेचुरल गैस बोर्ड द्वारा गठित एक अध्ययन के दौरान सामने आया है। प्राकृतिक गैस की मांग 2012-13 के 24.266 करोड़ एससीएम के मुकाबले 2016-17 तक 37.8 करोड़ एससीएम तक जाने की संभावना है जबकि 2021-22 तक यह आंकड़ा 2012-13 के स्तर से दोगुना से भी अधिक 51.6 करोड़ एससीएम तक पहुंच सकता है।
मजे की बात यह है कि यह रिपोर्ट ऐसे समय में आया है जब इसके दामों में इजाफा विवादों के घेरे में है। हालांकि, देश में मांग के मुताबिक, गैस की उपलब्धता नहीं रहेगी। घरेलू स्तर पर गैस का उत्पादन 2012-13 के 10.11 करोड़ एससीएम से बढ़कर 2021-22 तक 18.2 करोड़ एससीएम तक पहुंचने की उम्मीद है।
वही अगले 10 साल में तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) के आयात में बढ़ोतरी 4.46 करोड़ एससीएम से बढ़कर 18.8 करोड़ एससीएम तक जाने का अनुमान है। गैस की कुल उपलब्धता 2016-17 तक 29.97 करोड़ एससीएम तक होने की उम्मीद है जो मांग से कम होने का अनुमान है।
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