विदेशी मुद्रा भंडार 3.40 अरब डॉलर घटा
रुपये की गिरावट थामने को रिजर्व बैंक की कोशिशों, डॉलर की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने देश के विदेशी मुद्रा भंडार को चपत लगाई है। 28 अगस्त को समाप्त सप्ताह में यह 3.43 अरब डॉलर घटकर 351.92 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच
मुंबई। रुपये की गिरावट थामने को रिजर्व बैंक की कोशिशों, डॉलर की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने देश के विदेशी मुद्रा भंडार को चपत लगाई है। 28 अगस्त को समाप्त सप्ताह में यह 3.43 अरब डॉलर घटकर 351.92 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया।
21 अगस्त को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 92.06 करोड़ डॉलर बढ़कर 355.35 अरब डॉलर हो गया था। यह स्तर 19 जून को समाप्त सप्ताह में दर्ज सर्वकालिक उच्च स्तर 355.46 अरब डॉलर के स्तर के करीब था। रिजर्व बैंक की ओर से जारी ताजा आंकड़े बताते हैं कि विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी गिरावट का कारण फॉरेन करेंसी एसेट्स (एफसीए) का घटना रहा।
कुल विदेशी मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा एफसीए समीक्षाधीन सप्ताह में 3.42 अरब डॉलर कम होकर 328.30 अरब डॉलर रह गए। डॉलर में अभिव्यक्त किए जाने वाले एफसीए भंडार में रखे यूरो, पौंड और येन जैसी गैर अमरीकी मुद्राओं के एप्रीसिएशन और डेप्रीसिएशन के प्रभावों को भी अभिव्यक्त करते हैं।
समीक्षाधीन अवधि में स्वर्ण आरक्षित भंडार 18.25 अरब डॉलर पर अपरिवर्तित रहा। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आइएमएफ) में भारत का विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) 71 लाख डॉलर घटकर 4.06 अरब डॉलर रह गया। जबकि आइएमएफ में देश का मुद्रा भंडार 23 लाख डॉलर फिसलकर 1.29 अरब डॉलर पर आ गया।