12 साल बाद हुई किसी पीएसयू की स्ट्रेटेजिक सेल
केंद्र सरकार ने बीते बुधवार को घाटे में चल रही भारत पंप्स और कम्प्रेसर लिमिटेड की रणनीतिक बिक्री को मंजूरी दे दी।
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बीते बुधवार को घाटे में चल रही भारत पंप्स और कम्प्रेसर लिमिटेड की रणनीतिक बिक्री को मंजूरी दे दी। किसी पीएसयू की इस तरह से बिक्री करीब 12 साल बाद हुई है। आपको बता दें कि राज्य द्वारा संचालित एक कंपनी जेसप एंड कंपनी को भी इसी तरीके से बेच दिया गया था।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (कैबिनेट कमेटी) ने सैद्धांतिक रुप से इलाहाबाद स्थित सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम की रणनीतिक बिक्री को मंजूरी दे दी, जो 1970 में स्थापित किया गया था। आपको बता दें कि रणनीतिक बिक्री का मतलब प्रबंधन नियंत्रण और स्वामित्व का हस्तांतरण करना होता है। वहीं कैबिनेट (मंत्रिमंडल) ने कोलकाता स्थित हिंदुस्तान केबल्स लिमिटेड को बंद करने को अपनी मंजूरी दे दी है, जहां उत्पादन गतिविधियां साल 2003 में बंद हो गई थीं। वहीं सरकार कर्मचारियों को एक निश्चित राशि (voluntary separation package) का भुगतान भी करेगी।
एक सरकारी बयान के मुताबिक इस पीएसयू के बंद होने के लिए 1,310 करोड़ के कैश इन्फ्यूशन का अनुमान है। गौरतलब है कि सरकार ने अब तक करीब दर्जन भर खस्ताहाल पीएसयू को बंद करने की मंजूरी दी है। इनमें वो लिस्टिड कंपनियां शामिल हैं जिन्हें अपने संचालन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था।