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लौटते मानसून से बढ़ीं रबी की उम्मीदें

लौटते मानसून की अच्छी बारिश से आगामी रबी सीजन में बंपर पैदावार का अनुमान है। सरकार ने रबी सीजन में लगभग साढ़े नौ करोड़ टन गेहूं की पैदावार का लक्ष्य निर्धारित किया है। खरीफ खेती के गड़बड़ाने को देखते हुए कृषि मंत्रालय का पूरा जोर रबी सीजन की फसलों पर है। इसके लिए आयोजित रबी फसल तैयारी सम्मे

By Edited By: Published: Thu, 18 Sep 2014 09:25 AM (IST)Updated: Thu, 18 Sep 2014 09:28 AM (IST)
लौटते मानसून से बढ़ीं रबी की उम्मीदें

नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। लौटते मानसून की अच्छी बारिश से आगामी रबी सीजन में बंपर पैदावार का अनुमान है। सरकार ने रबी सीजन में लगभग साढ़े नौ करोड़ टन गेहूं की पैदावार का लक्ष्य निर्धारित किया है। खरीफ खेती के गड़बड़ाने को देखते हुए कृषि मंत्रालय का पूरा जोर रबी सीजन की फसलों पर है। इसके लिए आयोजित रबी फसल तैयारी सम्मेलन में राज्यों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उन्हें हर संभव मदद मुहैया कराने का फैसला किया गया है।

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खरीफ सीजन में मानसून की बेरुखी के चलते 34 लाख हेक्टेयर खेतों में बुवाई तक नहीं हो पाई। खरीफ पैदावार में संभावित इस कमी को आगामी रबी सीजन में पूरा करने का निश्चय किया गया। इस सम्मेलन में कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने राज्यों को हर संभव मदद मुहैया कराने और खाद्यान्न उत्पादन की चुनौतियों से निपटने में उनसे सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि लौटते मानसून की बारिश रबी फसलों के लिए अच्छी उम्मीदें छोड़े जा रही है। मिट्टी में पर्याप्त नमी का लाभ रबी फसलों की पैदावार के रूप में होने वाला है। सरकार ने अगले महीने शुरू होने वाले रबी सीजन के लिए 9.4 करोड़ टन गेहूं की पैदावार होने का लक्ष्य तय किया है। चावल की पैदावार 1.4 करोड़ टन, दलहन की पैदावार 1.25 करोड़ टन व 1.1 करोड़ टन तिलहन की पैदावार का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पिछले साल गेहूं की पैदावार का 9.25 करोड़ टन का लक्ष्य तय था, लेकिन उत्पादन 9.59 करोड़ टन हुआ था।

कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उम्मीद जताई है कि खरीफ उत्पादन में होने वाली कमी की भरपायी इससे हो जाएगी। कृषि मंत्री ने मंत्रालय के अधिकारियों से कहा कि जरूरत वाले क्षेत्रों के हिसाब से खेती की योजना तैयार की जानी चाहिए। रबी फसलों के इनपुट की समय से सप्लाई सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कुल 11 फीसद कम बारिश हुई है। खरीफ बुवाई रकबा तीन फीसद कम हुआ है। कृषि की विकास दर को 4 फीसद को बरकरार रखने की चुनौती है, जिसे हासिल कर लेंगे। राज्यों के अधिकारियों से कहा कि बाढ़ और सूखे की विभीषिका के बावजूद कृषि क्षेत्र पर बहुत खराब असर नहीं पड़ा है। फल व सब्जियों की महंगाई पर काबू पाने के लिए सिंह अगले सप्ताह दिल्ली में पहली किसान मंडी का उद्घाटन करेंगे।

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