गूगल का व्यवहार गैर--प्रतिस्पर्धी: यूरोपीय संघ
यूरोपीय संघ ने दिग्गज इंटरनेट कंपनी गूगल पर सर्च इंजन सेक्टर में अपनी मजबूत स्थिति का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है। संघ ने कंपनी के एंड्रॉयड मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम के खिलाफ जांच भी शुरू कर दी है। यूरोपीय आयोग ने आपत्तियों का औपचारिक ब्योरा गूगल को भेजा है। इसके
ब्रसेल्स। यूरोपीय संघ ने दिग्गज इंटरनेट कंपनी गूगल पर सर्च इंजन सेक्टर में अपनी मजबूत स्थिति का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है। संघ ने कंपनी के एंड्रॉयड मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम के खिलाफ जांच भी शुरू कर दी है। यूरोपीय आयोग ने आपत्तियों का औपचारिक ब्योरा गूगल को भेजा है। इसके जरिए कंपनी पर आरोप लगाया गया है कि वह सामान्य सर्च नतीजों के पेज पर शॉपिंग उत्पादों के मामले में अपनी ही तुलनात्मक अध्ययन को प्रोत्साहित करती है।
आरोप है कि गूगल पूरे सिस्टमेटिक तरीके से यह पक्षपात करती है। नियमों के उल्लंघन का आरोप यूरोपीय आयोग की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक प्रथम दृष्टया आयोग का मानना है कि गूगल का व्यवहार यूरोपीय संघ के प्रतिस्पर्धा नियमों का उल्लंघन है क्योंकि इससे प्रतिस्पर्धा का गला घोटा जाता है और उपभोक्ताओं को नुकसान होता है।
भारी जुर्माने की आशंका
यदि यूरोपीय संघ के प्रतिस्पर्धा नियमों के हिसाब से गूगल को दोषषी पाया जाता है तो उस पर अरबों डॉलर का जुर्माना लगाया जा सकता है। गूगल ने किया खंडन गूगल ने सैन फ्रांसिस्को में एक बयान जारी करके यूरोपीय संघ के आरोपों का खंडन किया है। कंपनी का कहना है कि वह बाजार में अपनी मजबूत स्थिति का गलत इस्तेमाल नहीं करती है। गूगल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (सर्च) अमित सिंघल ने आधिकारिक ब्लॉग में कहा है, 'गूगल सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला सर्च इंजन हो सकता है, लेकिन लोग अब अन्य दूसरे तरीकों से भी जानकारी हासिल कर सकते हैं। उपभोक्ताओं और प्रतिस्पर्धा को नुकसान पहुंचाने के आरोपों का तथ्यों से दूर--दूर तक कोई नाता नहीं है।