अमेज और इकोस्पोर्ट से बढ़ी मारुति की परेशानी
नई दिल्ली। इस साल जुलाई में भी देश की दिग्गज कार कंपनियां बिक्री के लिए तरस गई। महंगे कर्ज और पेट्रोल-डीजल की वजह से ग्राहक सोच समझ कर कार बाजार की तरफ रूख कर रहे हैं। इसकी वजह से मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, टोयोटा किर्लोस्कर, महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसे दिग्गजों के हौसले पस्त हैं। हां, हाल के महीनों में जिन कंपनियों ने जोखिम
नई दिल्ली। इस साल जुलाई में भी देश की दिग्गज कार कंपनियां बिक्री के लिए तरस गई। महंगे कर्ज और पेट्रोल-डीजल की वजह से ग्राहक सोच समझ कर कार बाजार की तरफ रूख कर रहे हैं। इसकी वजह से मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, टोयोटा किर्लोस्कर, महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसे दिग्गजों के हौसले पस्त हैं। हां, हाल के महीनों में जिन कंपनियों ने जोखिम लेकर नए मॉडल बाजार में उतारे हैं उनकी बिक्री में तेजी का रुख है।
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी की बिक्री जुलाई में महज 1.3 फीसद बढ़ी है। घरेलू बिक्री में तो 5.8 फीसद की वृद्धि हुई है लेकिन विदेशी बाजार में 27 फीसद से ज्यादा की गिरावट ने कंपनी की
मुश्किल बढ़ा दी है। इस दौरान कंपनी ने घरेलू बाजार में 75,145 कारें बेची। मारुति के लिए सबसे ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि उसकी सबसे लोकप्रिय स्विफ्ट और अर्टिगा की बिक्री में क्रमश: 12 फीसद और 37 फीसद की गिरावट आई है। माना जा रहा है कि होंडा की नई कार अमेज से स्विफ्ट और फोर्ड की पिछले महीने लांच हुई कॉम्पैक्ट एसयूवी इकोस्पोर्ट की वजह से अर्टिगा की बिक्री पर असर पड़ा है।
वहीं, टाटा मोटर्स की बिक्री में 30 फीसद की गिरावट से साफ है कि एक समय देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी की पकड़ बाजार पर ढीली होती जा रही है। कंपनी के पैसेंजर वाहनों की बिक्री 58.75 फीसद तो कमर्शियल वाहनों की बिक्री 14.2 फीसद घटी है। स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हिकल्स (एसयूवी) की सबसे बड़ी घरेलू कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री 21 फीसद घटी है। लगातार बिक्री घटने से परेशान कंपनी ने पांच दिनों तक अपने प्लांट को बंद करने का एलान किया है ताकि स्टॉक को नियंत्रित किया जा सके। टोयोटा की बिक्री 10 फीसद गिरी है। इससे साफ है कि कंपनी की मझोली व छोटी कार इटिओस को लेकर ग्राहकों का रुझान खत्म हो गया है। जनरल मोटर्स के वाहनों की बिक्री में भी गिरावट का सिलसिला जारी है। जुलाई में इसमें लगभग 11 फीसद की कमी हुई है।
नए मॉडल बनी सही रणनीति : दूसरी ओर, अमेज की बिक्री के जरिये होंडा की चमक बनी हुई है। जुलाई में होंडा कार्स इंडिया की बिक्री में 156 फीसद की वृद्धि हुई है। पिछले महीने लांच फोर्ड मोटर्स की इकोस्पोर्ट का भी बाजार ने जोरदार स्वागत किया है। इसकी वजह से फोर्ड के वाहनों की बिक्री में 48 फीसद की वृद्धि हुई है। इकोस्पोर्ट की जोरदार बुकिंग को देखते हुए नवंबर, 2013 से कंपनी तीसरा प्लांट शुरू करने जा रही है। रेनॉ की डस्टर भी खूब बिक रही है। यही वजह है कि कंपनी की बिक्री में ढाई गुना वृद्धि हुई है।