बिना इंटरनेट के मोबाइल पर मुफ्त में देख पाएंगे लाइव टीवी
अगर आपके पास घर में बैठकर टीवी देखने के लिए टाइम नहीं होता है और इंटरनेट के खर्चे को बचाने के लिए आप मोबाइल पर टीवी नहीं देखते तो आपके लिए खुशखबरी है। अब आप अपने स्मार्टफोन पर फ्री में टीवी देख सकेंगे, इसके लिए आपको इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत
नई दिल्ली। अगर आपके पास घर में बैठकर टीवी देखने के लिए टाइम नहीं होता है और इंटरनेट के खर्चे को बचाने के लिए आप मोबाइल पर टीवी नहीं देखते तो आपके लिए खुशखबरी है। अब आप अपने स्मार्टफोन पर फ्री में टीवी देख सकेंगे, इसके लिए आपको इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत नहीं होगी।
दरअसल सार्वजनिक क्षेत्र के प्रसारक प्रसार भारती जल्द देश के लोगों के स्मार्टफोन पर टीवी चैनल्स दिखाने के एक पायलट प्रोजेक्ट पर बहुत तेजी से काम कर रहा है। आपको बता दें इसके लिए आपको किसी भी तरह के इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत नहीं होगी।
प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी जवाहर सरकार ने सीआईआई बिग पिक्चर सम्मेलन के मौके पर कहा कि फिलहाल आपके पास डिश, केबल और एंटेना का विकल्प है। चौथा विकल्प डिजिटल एंटेना आएगा जो इस साल टीवी पर और अगले साल मोबाइल पर 20 मुफ्त चैनल की पेशकश करेगा। शुरुआत में मुंबई और दिल्ली में मोबाइल फोन पर सेवा प्रदान करने की योजना है।
दूरदर्शन डीवीबी-टी2 लाइट प्रौद्योगिकी के जरिए यह सेवा प्रदान करेगा जिसका उपयोग फिलहाल एक डोंगल के जरिए किया जा सकेगा। सरकार ने कहा कि शुरुआत में लक्ष्य है हमारे डीटीएच के जरिए परिचालन करने वाले सभी मुफ्त चैनलों का प्रसारण।
उन्होंने कहा कि हम निजी कंपनियों से कह रहे हैं कि वे भागीदारी करें। दूरसंचार कंपनियां जब देखेंगी कि यह लोकप्रिय हो रहा है तो वे इसकी सुविधा मोबाइल फोन में भी उपलब्ध कराएंगी। (डीवीबी-टी : डिजिटल वीडियो ब्राडकास्ट - टेरेस्ट्रियल) टीवी टावर से सिग्नल प्रसारित करेंगे और टीवी देखने के लिए मोबाइल इंटरनेट की जरूरत नहीं होगी।
प्रसारण की सुविधा एक एप्लीकेकेशन के जरिए प्रदान की जाएगी जो मोबाइल फोन पर टेलीविजन सेवा प्रदान करने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि हम दफ्तर में 10-12 घंटे टेलीविजन नहीं देख पाते। ज्यादातर काम या तो टैबलेट या फिर मोबाइल फोन पर होता है। बहुत से लोग रोज सफर करते हैं और वे बिना सेवा शुल्क प्रदान किए बैटरी चलने तक मोबाइल फोन पर चैनल देख पाएंगे। इसे विज्ञापन से होने वाली आय से मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि एक आकलन है कि भारत में करीब इस साल के अंत तक 22.5 करोड़ स्मार्टफोन होंगे और उम्मीद है कि यह करीब 18.5 -19 करोड़ होगा जो बहुत बढ़ी संख्या है और यह कई देशों की आबादी से भी अधिक है।
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