Move to Jagran APP

एयरलाइंस की दरख्‍वास्‍त, रुट मे हो बदलाव ताकि रास्‍ते में न आए पाकिस्‍तान

चिंतित भारतीय एयरलाइंस कंपनियों ने केंद्र सरकार से अपने रुट में बदलाव की अनुमति मांगी है ताकि वे पाकिस्‍तान से बच सकें।

By Monika minalEdited By: Published: Tue, 23 Aug 2016 02:31 PM (IST)Updated: Tue, 23 Aug 2016 02:33 PM (IST)
एयरलाइंस की दरख्‍वास्‍त, रुट मे हो बदलाव ताकि रास्‍ते में न आए पाकिस्‍तान

नई दिल्ली। भारतीय विमानन कंपनियां, पश्चिम भारत विशेषकर अहमदाबाद से खाड़ी देशों तक पहुंचने के लिए अरब सागर की ओर से जाना चाहती हैं ताकि पाकिस्तान से न गुजरना पड़े। इसके पीछे उन्होंने सुरक्षा कारणों की अपनी चिंता बताते हुए कहा कि भारत-पाक संबंधों के कमजोर होने के कारण उन्हें अपने सुरक्षा की चिंता है। विमानन कंपनियों ने केंद्र सरकार से दरख्वास्त की है कि उन्हें खाड़ी देशों के लिए उड़ान रूट में बदलाव की अनुमति दी जाए।

loksabha election banner

विमानन कंपनियों का कहना है कि पाकिस्तान के रास्ते से जाना घुमावदार है। एयर इंडिया, जेट एयरवेज, इंडिगो और स्पाइसेजट जैसी कंपनियां पाकिस्तान के रूट से खाड़ी देशों के लिए उड़ानों का संचालन करती हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, बीते कुछ दिनों में भारत ने पाकिस्तान के कुछ नॉन-शेड्यूल्ड एयरक्राफ्ट्स को वापस लौटने को कहा था। ऐसे में पाकिस्तान भी ऐसी ही कार्रवाई कर सकता है। विमानन कंपनियों की ओर से पाकिस्तान को अपने मार्ग से हटाने का मुख्य कारण यह है साथ ही कुछ आर्थिक कारण भी हैं।

इस संबंध में स्पाइसजेट ने कहा, 'पाकिस्तान को रूट से हटाने पर न केवल ईंधन बचेगा बल्कि रुट नैविगेशन का खर्च भी बचेगा। इसके अलावा कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी।' कंपनी का कहना है कि यदि उसे अहमदाबाद-दुबई रूट पर सीधे अरब सागर के ऊपर से उड़ान भरने की अनुमति दी जाए तो एक उड़ान पर एक लाख रुपये की बचत होगी।

रक्षा मंत्रालय ने अब तक ऐसे किसी प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी है, क्योंकि इस रूट में कई संवेदनशील इलाके भी हैं। सूत्र के अनुसार, 'विमानन कंपनियों की ओर से हमें बहुत से अनुरोध मिले हैं। कंपनियां एयरस्पेस का फ्लेक्सी यूज चाहती हैं। इस मामले में काफी प्रगति हो चुकी है और अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।‘

डायल के खिलाफ छोटी एयरलाइनों ने उठाई आवाज

बिना सूचना के रद हुई फ्लाइट, मिलेगा हर्जाना


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.