डीजल गाड़ियों पर बैन से ऑटो इंडस्ट्री को हुआ 4000 करोड़ का घाटा
2000 सीसी इंजन क्षमता वाली डीजल गाड़ियों पर बैन लगने से ऑटो इंडेस्ट्री को बीते 8 महीने में 4000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
नई दिल्ली: 2000 सीसी इंजन क्षमता वाली डीजल गाड़ियों पर बैन लगने से ऑटो इंडेस्ट्री को बीते 8 महीने में 4000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। सोसाइटी ऑफ ऑटोमोबाइल मैन्यूफैकचर्स (सियाम) के वाइस प्रेसिडेंट विनोद दसारी के मुताबिक डीजल गाड़ियों की बिक्री पर लगी रोक की वजह से ऑटो इंडस्ट्री पिछले 8 महीनों में 4 हज़ार करोड़ का घाटा हुआ है। गौरतलब है दिसम्बर 2015 को सरकार ने दिल्ली/एनसीआर में 2000 और इससे ऊपर की डीजल गाड़ियों पर रोक लगा थी जिसकी वजह से डीजल कारों की मांग गिरने लगी औत ऑटो कंपनियों की सेल में लगातार गिरावट देखने को मिली।
सियाम के अनुसार विनिर्माण के सकल घरेलू उत्पाद में ऑटो सेक्टर 30 मिलियन जॉब मुहैया करता है। प्रदुषण का असली कारण देखे बिना ऑटो इंडस्ट्री को दोषी ठराया जाता है। सियाम के आंकड़ो के अनुसार सवा तीन साल में गाड़ियों की कुल बिक्री में डीजल गाड़ियों का शेयर करीब 15% घटा गया है। 2013-14 में देश में कुल गाड़ियों की बिक्री में डीजल गाड़ियों का शेयर 42% था, जो जून 2016 में घटकर 27% रह गया है। यानी आप इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है की देश में डीजल गाड़ियों की मांग लगातार घट रही है।