कच्चे तेल के दाम में एक फीसदी की गिरावट
शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में एक फीसदी की गिरावट देखी गई। हालांकि यमन पर जारी सउदी अरब के हमले को देखते हुए तेल की कीमतों में इजाफा होने का अनुमान था, लेकिन अमेरिकी क्रूड की ज्यादा सप्लाई के कारण कीमतों में कटौती देखने को मिली।
मुंबई। शुक्रवार के अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में कच्चे तेल के दाम में एक फीसदी की गिरावट देखी गई। हालांकि यमन पर जारी सउदी अरब के हमले को देखते हुए तेल की कीमतों में इजाफा होने का अनुमान था, लेकिन अमेरिकी क्रूड की ज्यादा सप्लाई के कारण कीमतों में कटौती देखने को मिली।
ब्रेंट क्रूड मार्केट में एक बैरल तेल की कीमत रही 58.44 डॉलर जो कि पिछली कीमत से 0.75 डॉलर कम है। वहीं यूएस क्रूड की कीमत में भी 0.88 डॉलर की कमी देखने को मिली और यह 50.55 डॉलर प्रति बैरल पर रही।
हालांकि कल के कारोबार में क्रूड ऑयल की कीमतों में 6 फीसदी तक का इजाफा देखने को मिला था।
गोल्डमैन सैक्स ने इस संबंध में कल जारी बयान में कहा था कि विश्व के तेल उत्पादन में यमन का योगदान बहुत ही कम है। साथ ही यमन की खाड़ी से जो जहाज गुजरते हैं, वहां पश्चिमी देशों के सैनिकों ने जबरदस्त सुरक्षा प्रबंध कर रखे हैं। इसलिए गोल्डमैन सैक्स के मुताबिक यमन में जारी तनाव का असर अंतर्राष्ट्रीय क्रूड मार्केट पर नहीं है।
वहीं, विशेषज्ञों ने कच्चे तेल की कीमतों में और भी कमी होने का अनुमान लगाया है। अगर ईरान दुनिया के छह शक्तिशाली देशों के साथ परमाणु समझौता करने को तैयार हो जाता है। तो ईरान पर लगे कई सारे प्रतिबंध हटा लिए जाएंगे। अगर समझौते के बाद ईरान का तेल अंतर्राष्ट्रीय तेल बाजार में आता है तो एकाएक तेल की कीमतें घटने लगेगी। इस समझौते को पूरा करने की अंतिम तिथि 31 मार्च रखी गई है।
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