केरल में देश के पहले ट्रांसशिपमेंट पोर्ट का निर्माण शुरू
चीन को ध्यान में रखकर देश का पहला ट्रांसशिपमेंट पोर्ट केरल में स्थापित किया जा रहा है।
नई दिल्ली, रायटर्स । देश में 25 साल पहले जिस ट्रांसशिपमेंट पोर्ट का विचार आया था, उसका निर्माण अडानी उद्योग समूह ने शुरू कर दिया है। यह अपनी तरह का पहला पोर्ट है। सरकार भी इसके आसपास ही चार अरब डॉलर (26800 करोड़ रुपये) निवेश करके ऐसी ही सुविधा विकसित करेगी। यह पोर्ट चीन की गतिविधियों को ध्यान में रखकर स्थापित किया जा रहा है।
देश के दक्षिणी छोर पर विजिंजाम में बनने वाले नए पोर्ट के लिए केंद्र सरकार अडानी को वायबिलिटी गैप फंडिंग के रूप में 1600 करोड़ रुपये (करीब 24 करोड़ डॉलर) की मदद भी देगी। नया पोर्ट अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण एशिया में पहले से स्थापित इस तरह के हब का कारोबार हासिल करने में सक्षम होगा।
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शिपिंग मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि केरल के विजिंजाम में पोर्ट चालू होने के बाद केंद्र सरकार निटकटर्ती तमिलनाडु के एनायम में पोर्ट का निर्माण शुरू कर देगी। सिर्फ एनायम से ही भारतीय कंपनियों की परिवहन लागत में हर साल करीब 20 करोड़ डॉलर (1340 करोड़ रुपये) की बचत होने का अनुमान है। भारत के पास 7500 किलोमीटर लंबा समुद्री तट है। यह तट दुनिया के प्रमुख शिपिंग रूट से लगता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे पोर्ट बनाकर इसका लाभ उठाना चाहते हैं जहां 18000 से 20000 तक कंटेनर ढोने वाले जहाज आ सकें।