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एक्साइज ड्यूटी का बकाया 59 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा

सेंट्रल एक्‍साइज का टैक्‍स एरियर (लंबित रिकवरी) वित्‍त वर्ष 2013-14 में बढ़कर 59,309 करोड़ रुपये हो चुका है, जो कि इससे पहले के वित्‍त वर्ष में 45,463 करोड़ रुपये था। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने मंगलवार को अपनी ऑडिट रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। अप्रत्‍यक्ष कर (सेंट्रल एक्‍साइज) पर

By Shashi Bhushan KumarEdited By: Published: Wed, 06 May 2015 10:31 AM (IST)Updated: Wed, 06 May 2015 10:37 AM (IST)
एक्साइज ड्यूटी का बकाया 59 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा

नई दिल्ली। सेंट्रल एक्साइज का टैक्स एरियर (लंबित रिकवरी) वित्त वर्ष 2013-14 में बढ़कर 59,309 करोड़ रुपये हो चुका है, जो कि इससे पहले के वित्त वर्ष में 45,463 करोड़ रुपये था। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने मंगलवार को अपनी ऑडिट रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।

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अप्रत्यक्ष कर (सेंट्रल एक्साइज) पर ऑडिट रिपोर्ट मंगलवार को संसद में पेश की गई। कैग ने कहा है कि यह एरियर (लंबित रिकवरी) वित्त वर्ष 2011-12 से लगातार बढ़ रही है।


वित्त वर्ष 2011-12 में यह एरियर 35,964 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष 2012-13 में बढ़कर यह 45,463 करोड़ रुपए हो गया। वित्त वर्ष 2013-14 में यह बढ़कर 59,309 करोड़ रुपए हो गया।

कैग ने बताया कि वित्त वर्ष 2013-14 के दौरान संग्रह में बहुत अधिक कमी आई है और इस दौरान केवल 2.59 फीसदी रिकवरी हुई, जबकि वित्त वर्ष 2012-13 में रिकवरी का यह आंकड़ा 4.34 फीसदी था।

कैग ने कहा कि विभाग में रिकवरी तंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता है।

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