बीएसई ने रचा इतिहास
देश के प्रमुख एक्सचेंज बंबई शेयर बाजार (बीएसई) ने शुक्रवार को बड़ी उपलब्धि हासिल की। कारोबार के दौरान एक समय एक्सचेंज पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 100 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गया। यह और बात है कि बाजार बंद होने पर यह
मुंबई। देश के प्रमुख एक्सचेंज बंबई शेयर बाजार (बीएसई) ने शुक्रवार को बड़ी उपलब्धि हासिल की। कारोबार के दौरान एक समय एक्सचेंज पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 100 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गया। यह और बात है कि बाजार बंद होने पर यह स्तर 99 लाख 81 हजार 572 करोड़ रुपये रहा। यह 100 लाख करोड़ के स्तर से महज 0.2 फीसद दूर है।
बाजार पूंजीकरण के मामले में बीएसई दुनिया के दस सबसे बड़े एक्सचेंजों में शामिल है। किसी एक्सचेंज पर सूचीबद्ध कंपनियों की संख्या के लिहाज से यह दुनिया में सबसे बड़ा एक्सचेंज है। इस पर चार हजार से ज्यादा फर्में सक्रिय रूप से कारोबार करती हैं और करीब 2.7 करोड़ निवेशक इनमें खरीद-फरोख्त करते हैं। बीएसई के तीस शेयरों वाला सेंसेक्स इस साल अब तक 7268.23 अंक यानी 34.33 फीसद ऊपर जा चुका है। शुक्रवार को यह नए शिखर 28693.99 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 कंपनियों के पास निवेशकों की करीब आधी दौलत यानी 47 लाख करोड़ रुपये है।
टीसीएस सबसे मूल्यवान
देश की सबसे मूल्यवान कंपनी टीसीएस एकमात्र कंपनी है, जिसका बाजार मूल्य पांच लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। उसके बाद सरकारी कंपनी ओएनजीसी व मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस का स्थान आता है। इन दोनों का बाजार पूंजीकरण 3-3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है।
* एक साल में 29 लाख करोड़ की बढ़ोतरी
* अमेरिकी मुद्रा में बीएसई का बाजार पूंजीकरण अब करीब 1600 अरब डॉलर
* इसी साल इसमें 500 अरब डॉलर (29 लाख करोड़ रुपये) की वृद्धि हुई
* पिछले पांच सालों में बाजार पूंजीकरण दोगुना हुआ
* 2009 में बाजार पूंजीकरण था करीब 50 लाख करोड़ रुपये
* पिछले 10 सालों से तुलना करें तो 10 गुना वृद्धि हुई
विश्व के पांच बड़े स्टॉक एक्सचेंज
एक्सचेंज -- बाजार पूंजीकरण
न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज -- 14000 अरब डॉलर
नैस्डैक -- 4500 अरब डॉलर से ज्यादा
टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज -- 3300 अरब डॉलर
लंदन स्टॉक एक्सचेंज -- 3396 अरब डॉलर
हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज -- 2831 अरब डॉलर
'बीएसई देश में नौकरियों और संपदा के निर्माण का नया पावरहाउस बन गया है। हमारा मानना है कि पूंजी बाजार के माध्यम से देश हर वर्ष 1.5 करोड़ नौकरियां दे सकता है। 20 साल में 30 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार सृजन किया जा सकता है।' -आशीष कुमार चौहान, सीईओ/बीएसई
ब्याज दरों में कटौती की आस में सरपट दौड़ा बाजार
मुंबई। कच्चे तेल (क्रूड) की कीमतों में जारी गिरावट ने रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को बढ़ा दिया है। उत्साहित निवेशकों ने इसे देखते हुए शेयरों में चौतरफा लिवाली की। इससे शुक्रवार को लगातार तीसरे सत्र में बाजार में तेजी बनी रही। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 255.08 अंक उछलकर 28693.99 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 94.05 अंक चढ़कर 8588.25 अंक पर पहुंच गया।
ब्रेंट क्रूड के दाम करीब चार साल के निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। भारत के लिए यह अच्छी खबर है। वह अपनी जरूरत का 80 फीसद तेल आयात करता है। यह देश के चालू खाते के घाटे को कम करने में मदद करेगा। साथ ही इसने दो दिसंबर को आरबीआइ की मौद्रिक नीति की समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को बढ़ा दिया है। इससे बाजार की कारोबारी धारणा को बल मिला।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 28490.71 अंक पर मजबूत खुला। इसका निचला स्तर 28483.99 अंक रहा। शुरू से ही तेजडिय़ों ने बाजार को अपनी गिरफ्त में रखा। इनकी लिवाली के झोंके में सेंसेक्स ने 28822.37 अंक का ऊंचा स्तर छुआ। बीएसई के सूचकांकों में बैंकिंग, ऑटो, रीयल एस्टेट और कंज्यूमर ड्यूरेबल खंड की कंपनियों के शेयरों में निवेशकों ने ज्यादा दिलचस्पी ली। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 19 के शेयर चढ़े, जबकि 11 में गिरावट दर्ज की गई।