जेटली की निगाहें 2015-2016 का राजस्व लक्ष्य पाने पर
अगला आम बजट पेश करने के कुछ सप्ताह पहले ही सरकार ने कहा है कि वह चालू वित्त वर्ष के लिये तय कर राजस्व के लक्ष्य को हासिल कर लिया जायेगा। अप्रत्यक्ष कर वसूली बजट में तय लक्ष्य से अधिक रहने से प्रत्यक्ष कर वसूली में संभावित कमी को पूरा
नई दिल्ली। अगला आम बजट पेश करने के कुछ सप्ताह पहले ही सरकार ने कहा है कि वह चालू वित्त वर्ष के लिये तय कर राजस्व के लक्ष्य को हासिल कर लिया जायेगा। अप्रत्यक्ष कर वसूली बजट में तय लक्ष्य से अधिक रहने से प्रत्यक्ष कर वसूली में संभावित कमी को पूरा कर लिया जायेगा। ऐसे में वित्त मंत्री अरुण जेटली की निगाहें 2015-16 का राजस्व लक्ष्य पाने पर होंगी।
लगातार दो वित्त वर्ष के दौरान कर राजस्व लक्ष्य को संशोधित करके कम करने के बाद अब 31 मार्च को समाप्त हो रहे चालू वित्त वर्ष के दौरान उम्मीद की जा रही है कि 14.49 लाख करोड़ रुपए के कर राजस्व लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा।
राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने ट्विटर पर कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान हमारी अप्रत्यक्ष कर प्राप्ति बजट में तय लक्ष्य से 40,000 करोड़ रुपए अधिक रहने की उम्मीद है। कुल मिलाकर हमें उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष के लिए तय राजस्व संग्रह लक्ष्य को करीब करीब 100 प्रतिशत हासिल कर लिया जाएगा।
बजट में तय 14.49 लाख करोड़ रुपए के कर राजस्व लक्ष्य में से 7.97 लाख करोड़ रुपए प्रत्यक्ष करों (कॉपरेट और आयकर) से जबकि 6.47 लाख करोड़ रुपए सीमाशुल्क, उत्पाद शुल्क और सेवा कर जैसे अप्रत्यक्ष करों के जरिए मिलने का बजट अनुमान लगाया गया है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जनवरी के दौरान अप्रत्यक्ष कर संग्रह में 33 प्रतिशत और प्रत्यक्ष कर संग्रह में 10.9 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई।
अधिया ने कहाकि दोनों (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर वसूली) को मिलाकर हमने बजट अनुमान का 73.5 प्रतिशत प्राप्त कर लिया गया है। पिछले वित्त वर्ष 2014-15 में सरकार ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों दोनों को मिलाकर कुल 13.64 लाख करोड़ रुपये के कर राजस्व का बजट अनुमान तय किया था लेकिन साल की समाप्ति पर इसे संशोधित कर 12.51 लाख करोड़ रुपये किया गया। इससे पिछले वर्ष 2013-14 में कर राजस्व के लक्ष्य को 12.35 लाख करोड़ रुपये के बजट अनुमान से घटाकर 11.58 लाख करोड़ रुपये किया गया।