Move to Jagran APP

तीन साल में 13 गुनी बढ़ी सोने की तस्करी

सोने पर आयात शुल्क बढ़ने के बाद इसकी तस्करी में तेजी से वृद्धि हुई है। हाल यह है कि बीते तीन साल में सोने की तस्करी 13 गुना बढ़ गई है। हालांकि इसी अवधि में नकली नोटों की तस्करी में गिरावट आई है, जो एक अच्छा संकेत है। आयात शुल्क में बढ़ोतरी चालू खाते के घाटे में कमी लाने के लिए की गई थी। इसके तहत यह शुल्क बढ़ाकर 10 फीसद कर दिया गया।

By Edited By: Published: Tue, 30 Sep 2014 08:49 AM (IST)Updated: Tue, 30 Sep 2014 12:38 PM (IST)
तीन साल में 13 गुनी बढ़ी सोने की तस्करी

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। सोने पर आयात शुल्क बढ़ने के बाद इसकी तस्करी में तेजी से वृद्धि हुई है। हाल यह है कि बीते तीन साल में सोने की तस्करी 13 गुना बढ़ गई है। हालांकि इसी अवधि में नकली नोटों की तस्करी में गिरावट आई है, जो एक अच्छा संकेत है। आयात शुल्क में बढ़ोतरी चालू खाते के घाटे में कमी लाने के लिए की गई थी। इसके तहत यह शुल्क बढ़ाकर 10 फीसद कर दिया गया।

loksabha election banner

सोने की तस्करी कस्टम विभाग के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। तस्कर तरह-तरह के तरीके इस्तेमाल कर सोने की तस्करी को अंजाम दे रहे हैं। विमान की सीट के नीचे से लेकर मानव शरीर में अंदर सोना छुपाकर तस्करी की जा रही है।

वित्त मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2011-12 में सोने की 46.43 करोड़ रुपये की तस्करी हुई थी। वर्ष 2013-14 में यह आंकड़ा बढ़कर 692.35 करोड़ रुपये हो गया। इस तरह तीन साल की अवधि में इसमें 1391 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि, इस अवधि में जाली भारतीय मुद्रा की तस्करी में 57 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। वर्ष 2011-12 में 2.64 करोड़ रुपये अंकित मूल्य के जाली नोट बरामद किए गए थे। वर्ष 2013-14 में यह आंकड़ा घटकर 1.13 करोड़ रुपये रह गया। इस तरह तीन साल में इसमें काफी गिरावट दर्ज की गई। इसी तरह नारकोटिक्स ड्रग्स की तस्करी के मामलों में भी गिरावट आई है। सोने की तस्करी में वृद्धि ऐसे समय हुई जब तत्कालीन संप्रग सरकार ने चालू खाते के घाटे को काबू करने के लिए सोने पर आयात शुल्क में वृद्धि की थी।

पुलिस के लिए चुनौती बने पशु तस्कर

त्योहारी मांग से चढ़े सोना-चांदी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.