पांच कंपनियां करेंगी 6,000 करोड़ के शेयरों का बायबैक
केयर्न इंडिया और डीसीएम श्रीराम सहित पांच कंपनियों ने इस साल अब तक 6,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक करने की घोषणाएं की हैं। बायबैक करने जा रही इन कंपनियों में इसजेक हैवी इंजीनियरिंग, गुजरात अपोलो इंडस्ट्रीज और इंडो बोराक्स एंड केमिकल्स शामिल हैं। बायबैक के तहत कंपनियां बाजार से अपने शेयर खरीदती हैं। बाज
नई दिल्ली। केयर्न इंडिया और डीसीएम श्रीराम सहित पांच कंपनियों ने इस साल अब तक 6,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक करने की घोषणाएं की हैं। बायबैक करने जा रही इन कंपनियों में इसजेक हैवी इंजीनियरिंग, गुजरात अपोलो इंडस्ट्रीज और इंडो बोराक्स एंड केमिकल्स शामिल हैं। बायबैक के तहत कंपनियां बाजार से अपने शेयर खरीदती हैं।
बाजार नियामक सेबी के आंकड़ों के मुताबिक ये पांचों कंपनियां 19 करोड़ शेयरों की खरीद पर 5,940.85 करोड़ रुपये खर्च करेंगी। केयर्न इंडिया सबसे ज्यादा 5,725 करोड़ रुपये के शेयरों का बायबैक करेगी। कंपनी ने जनवरी में इस बायबैक ऑफर की घोषणा की थी। यह कंपनियां शेयरों का बायबैक योजना घोषित करने के छह माह के भीतर पूरा करेंगी।
इसके अलावा नियमों के तहत कंपनियों को घोषित योजना की 50 फीसद खरीद अनिवार्य रूप से करनी पड़ेगी। नियमों को पूरा नहीं करने वाली कंपनियों को अगले एक साल तक ऐसा कोई ऑफर पेश करने से प्रतिबंधित किया जाएगा। साथ ही एस्क्रो अकाउंट में जमा कराई गई रकम में से अधिकतम 2.5 फीसद की रकम जुर्माने के रूप में काटी जा सकती है। इस साल अब तक 14 कंपनियों ने अपने बायबैक ऑफर की अवधि पूरी की है। इन कंपनियों ने कुल 1,210.62 करोड़ रुपये में आठ करोड़ शेयरों की खरीद की है।
इन कंपनियों में क्रॉम्पटन ग्रीव्ज, एप्टेक, यूपीएल लिमिटेड, जिंदल स्टील एंड पावर और महाराष्ट्र सीमलेस शामिल हैं। जिंदल स्टील एंड पावर ने 500.8 करोड़ रुपये के शेयरों का बायबैक किया। यूपीएल लिमिटेड ने 282.57 करोड़ रुपये में 1.40 करोड़ शेयर खरीदे।
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