सीइओ के बाद गोएयर के 30 पायलटों ने भी नौकरी छोड़ी
एयरलाइंस गोएयर के सीईओ जॉर्जियो दे रॉनी के बाद 30 और पायलटों ने भी एयरलाइंस को गुडबाय कह दिया है।
नई दिल्ली। एयरलाइंस गोएयर के सीईओ जॉर्जियो दे रॉनी के बाद 30 और पायलटों ने भी एयरलाइंस को गुडबाय कह दिया है। 19 एयरक्राप्ट और 200 पायलट वाली गोएयर के स्टाफ में 15 फीसद की कमी आ गई है।
इस मामले में एयरलाइंस के प्रवक्ता ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है लेकिन सूत्रों के अनुसार, पायलटों ने ट्रेनिंग की कुछ समस्याओं और उड़ान भरने का सही समय नहीं मिलने के कारण नौकरी छोड़ने का फैसला किया है।
आपको बता दें कि पायलट्स को सैलरी दो हिस्सों में मिलती है। पहला हिस्सा फिक्स होता है और दूसरा हिस्सा उड़ान के अनुसार भत्ते होते हैं। उड़ान के कम मौके मिलने के कारण उन्हें कम पैसे ही मिल पाते हैं।
सूत्रों के अनुसार, सीईओ जॉर्जियो दे रॉनी के एयरलाइंस छोड़ने की वजह भी पैसा ही है, लेकिन कंपनी के आधिकारिक बयान के अनुसार उन्होंने स्वास्थ्य समस्याओं के कारण इस्तीफा दिया। रॉनी की विदाई के बाद एमडी जेह वाडिया ने ऑस्ट्रेलिया के टिम जॉर्डन को सीसीओ नियुक्त किया।
गोएयर ने 2005 में इंडिगो और स्पाइस जेट के साथ ही एयरलाइंस की शुरुआत की थी लेकिन कई नियम पूरे नहीं कर पाने के कारण यह विदेशों में उड़ान नहीं भर पाई। कंपनी अपना 20वां विमान इस साल गर्मियों में लाने वाली थी लेकिन फिलहाल यह फैसला टाल दिया है। गोएयर ने 72 एयरबस ए320 ऑर्डर की हैं।
बीते दिसंबर में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने गो एयर को चेतावनी देते हुए बैंक गारंटी का पैसा जमा करने को कहा था, जिसके बाद एयरलाइंस ने बैंक गारंटी जमा कराई। गो एयर ने 2012-13 में 100 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था। 2013-14 में भी कंपनी को फायदा हुआ लेकिन वह बीते वर्ष से कुछ कम था. वित्त वर्ष 2014-15 में भी कंपनी को रिकॉर्ड फायदे की उम्मीद है।