2जी मामले में पीएम से सलाह के बाद लिए थे सभी निर्णय: ए राजा
2जी स्पेक्ट्रम आवंटन प्रक्रिया को लेकर मेरे द्वारा लिया गया हर निर्णय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जानकारी में था। मैंने सभी निर्णय प्रधानमंत्री से सलाह के बाद उनकी सहमति से ही लिए थे। कोई भी निर्णय मेरे द्वारा अपनी मर्जी से एकतरफा नहीं लिए गए।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन प्रक्रिया को लेकर मेरे द्वारा लिया गया हर निर्णय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जानकारी में था। मैंने सभी निर्णय प्रधानमंत्री से सलाह के बाद उनकी सहमति से ही लिए थे। कोई भी निर्णय मेरे द्वारा अपनी मर्जी से एकतरफा नहीं लिए गए। ये बातें 2जी घोटाले के मुख्य आरोपी पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने सोमवार को पटियाला हाउस कोर्ट में अपने बयान दर्ज कराते हुए कहीं। उन्होंने अदालत द्वारा 824 पेज में दर्ज 1,718 प्रश्नों के जवाब देते हुए बयान दर्ज कराए।
विशेष सीबीआइ जज ओपी सैनी के समक्ष राजा ने कहा कि उन्होंने दूरसंचार विभाग की अनुशंसा पर मंत्रिमंडल से सलाह-मशविरा करके लोकहित में कार्य किया। सलाह के बाद तय होने वाली बातों को प्रधानमंत्री के समक्ष रखा था। राजा ने अदालत के समक्ष 2जी मामले को लेकर कैग द्वारा जारी की गई रिपोर्ट की आलोचना करते हुए कहा कि कैग ने गलत रिपोर्ट जारी की जिसने इस मामले को तूल दे दिया। कैग ने रिपोर्ट जारी करने से पूर्व दूरसंचार विभाग को न तो जानकारी दी और न ही सरकारी नियमों का पालन किया।
राजा के मुताबिक, सीबीआइ अफसरों ने भी नियमों की अनदेखी की है। उनके खिलाफ गवाहों को तैयार किया गया। उन्हें मामले में फंसाया गया है। अदालत ने पूछा,अगर उन्हें फंसाया गया है तो उन्हीं के विभाग के अफसरों ने उनके खिलाफ बयान क्यों दिए हैं? इस पर राजा ने कहा, अफसरों ने इस डर से अपने बयान दिए हैं कि उनके ऐसा न करने पर उन्हें भी मामले में आरोपी बना दिया जाएगा। पूर्व मंत्री ने कहा कि उनके कार्य से दूरसंचार विभाग को कोई नुकसान नहीं हुआ, बल्कि विभाग का राजस्व बढ़ा था।