नशीली दवाएं बेचने वाले का लाइसेंस निरस्त
मुरादाबाद। नशीली दवाएं बेचने वाले पाकबड़ा के मेडिकल स्टोर का लाइसेंस स्वास्थ्य विभाग ने निरस्त कर दिया है। इसके अलावा प्रतिबंधित दवाएं बेचने वाले रेती स्ट्रीट के एक मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है।
महीने भर पहले ड्रग विभाग की टीम ने पाकबड़ा के मेडिकल स्टोरों पर छापामारी की थी। जांच के दौरान एफएन मेडिकोज पर रिटेल में दवाएं बिकती मिलीं। इसका लाइसेंस होलसेल का था। स्टाक में कफ सीरप ज्यादा मिले। साथ ही बिल भी फर्जी काटे जा रहे थे। इसका लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। मार्डर्न मेडिकोज पर भी दवाओं का रखरखाव सही नहीं था और नशीली दवाएं खुलेआम बेची जा रही थीं। मेडिकल स्टोर संचालक दवाओं की बिक्री व खरीद का रिकार्ड नहीं दिखा सके। शेड्यूल एच वन का रजिस्टर भी मेनटेन नहीं था। इन दोनों मेडिकल स्टोरों का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। एमएम मेडिकोज पर 360 कफ सीरप मिले थे। आक्सीटोसिन इंजेक्शन बेचे जा रहे थे। रिटेल लाइसेंस का रिन्युवल नहीं था। होलसेल के लाइसेंस पर दवाओं की बिक्री हो रही थी। ड्रग इंस्पेक्टर अमित बंसल ने बताया कि उनकी रिपोर्ट पर ड्रग सेफ्टी कमिश्नर ने एमएम मेडिकोज का लाइसेंस निरस्त कर दिया है। इसके अलावा प्रतिबंधित दवाएं बेचने के मामले में रेती स्ट्रीट के लाइफलाइन सेंटर के संचालक जसवीर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।