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बेबाक...बेफिक्र...बिंदास युवाओं का हुनर

यहीं से श्री वेंकटेश्वर कॉलेज के परिसर में दाखिल होते हैं। कैंपस के पेड़ों पर लटकती रंग बिरंगी पतंगें, गुब्बारे और जगह जगह रखे बॉलीवुड थीम के कटआउट यहां के जश्न की तैयारी को बयां करने के लिए काफी हैं।

By Babita KashyapEdited By: Published: Sat, 18 Feb 2017 02:34 PM (IST)Updated: Sat, 18 Feb 2017 02:42 PM (IST)
बेबाक...बेफिक्र...बिंदास युवाओं का हुनर
बेबाक...बेफिक्र...बिंदास युवाओं का हुनर

साउथ कैंपस में पेड़ों पर लटकी रंगबिरंगी छतरियां, पतंगे, गुब्बारे ये बयां करने के लिए काफी हैं कि यहां फेस्ट की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। डीयू के नॉर्थ कैंपस के मुकाबले यहां फेस्ट पर ज्यादा खर्च तो नहीं किया जाता लेकिन युवा अपने बेबाक बेफिक्र, बिंदास अंदाज के दम पर टक्कर देते जरूर नजर आते हैं।

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लाकुआं मेट्रो स्टेशन निर्माण स्थल से कुछ ही दूरी पर स्थित धुंधला हो चुका बेनीटो जोरेज मार्ग का बोर्ड। इस बोर्ड के दाहिने तरफ तिरुपति मंदिर के द्वार जैसा दिखने वाला कॉलेज का भव्य गेट। यहीं से श्री वेंकटेश्वर कॉलेज के परिसर में दाखिल होते हैं। कैंपस के पेड़ों पर लटकती रंग बिरंगी पतंगें, गुब्बारे और जगह जगह रखे बॉलीवुड थीम के कटआउट यहां के जश्न की तैयारी को बयां करने के लिए काफी हैं। इस बार सिने सितारों के स्केच और बॉलीवुड की थीम में फेस्ट रंगा नजर आएगा। कॉलेज के कई विभागों के अलग अलग उत्सव और प्रतियोगिताओं की जोरों पर तैयारी चल रही है। छात्र ज्यादा से ज्यादा फिल्मी कटआउट बनाने में व्यस्त हैं।

श्री वेंकटेश्वर कॉलेज परिसर में तीन दिन का फेस्ट होता है। स्टेज की साज सज्जा से लेकर फेस्ट परिसर तक को सजाने का काम पूरी शिद्दत के साथ छात्र खुद ही करते हैं। 23, 24, 25 फरवरी को आयोजित होने वाले नेक्सस फेस्ट में हर दिन खास होता है। कल्चरल कमेटी के अध्यक्ष प्रांजल बताते हैं कि इस कॉलेज में दक्षिणी भारतीय परंपराओं का खास ख्याल रखा जाता है। इसलिए यहां क्लासिकल नृत्य और संगीत की खास प्रस्तुती आयोजित होती हैं। लेकिन कैंपस के उत्सव की शाम सुरमयी होती है। पहले दिन सूफी नाइट , दूसरे दिन जैज और बैंड म्यूजिक की धुनों पर युवा झूमेंगे और तीसरे दिन स्टार नाइट जिसमें इस बार कैलाश खेर अपने सुरों की बारिश से लोगों को सराबोर करेंगे। कल्चरल कमेटी की संयोजक डॉ. शालिनी सेन बताती हैं कि इस कॉलेज में दक्षिणी भारतीय संस्कृति का गहरा प्रभाव रहता है। 1961 में आइटीओ में स्थापित इस कॉलेज का यहां 1968 निर्माण हुआ। तब यहां से राष्ट्रपति भवन भी साफ दिखाई दिया करता था। लेकिन बाद में पांच सितारा होटल व अन्य घर बन जाने के बाद वो नजारा

अब नहीं दिखाई देता। समय के साथ फेस्ट का आयाम बदल गया है। छात्रों की पसंद के हिसाब से फेस्ट का

आयोजन किया जाता है जिसमें छात्रों को अपना हुनर दिखाने का मौका मिल जाता है। इसी कैंपस से ही आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज (एआरएसडीसी) की भी दीवार लगी है जिसमें मार्च के महीने में फेस्ट का आयोजन होना है। छात्र कमेटियां इस संबंध में योजना तैयार कर रही हैं। एआरएसडीसी के

प्रोफेसर डॉ. एससी झा बताते हैं कि इस कॉलेज में 7, 8, 9 मार्च (तीन दिन) का आयोजन किया जाएगा। स्टार नाइट के आयोजन के लिए किसी फिल्मी सितारे को बुलाया जाएगा। टाइड नाम से हर साल आयोजित होने वाले

फेस्ट में अभिनय, गीत, संगीत, के साथ वाद विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित होती हैं।

सुरमयी शाम ...

बेबी को बेस पसंद है, मैं परेशान ... जैसे पेपी धुनों वाले सांग गाने वाली शालमली खोलगड़े के इन्हीं गानों पर

बृहस्पतिवार की शाम गार्गी कॉलेज में हर युवा इन्हीं गानों पर थिरक रहा था। पूरे उत्साह उमंग में झूम रहा

था। सीरी फोर्ट रोड स्थित गार्गी कॉलेज में रेवरी नाम से तीन का उत्सव चला। इस गल्र्स कॉलेज से हुमा

कुरैशी, उर्वशी रौतेला, सानिया मल्होत्रा भी पढ़ी हैं। और इस बार के फेस्ट में भी इन फिल्मी अभिनेत्रियों ने भी

अपनी मौजूदगी दर्ज की और छात्राओं को प्रेरित किया।

मोंटाज फेस्ट में जसलीन के सुर

चाणक्यपुरी स्थित जीजस एंड मेरी कॉलेज से प्रियंका गांधी ने पढ़ाई की थी। इस कॉलेज के शांत और हरे भरे माहौल में नई बिल्डिंग बनाने का काम जोर शोर से चल रहा है। साथ ही मोंटाज फेस्ट के आयोजन को लेकर छात्रों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। 17 व 18 फरवरी को आयोजित होने जा रहे फेस्ट में जीजस एंड मेरी कॉलेज (महिला कॉलेज)की स्टूडेंट यूनियन की अध्यक्ष ईशीता बताती हैं कि कॉलेज में शुरू से ही दो दिन का फेस्ट होता आया है जबकि दूसरे कॉलेज में तीन दिन का फेस्ट रखा जाता है। मोंटाज का थीम हमेशा ही रंगों और जिंदगी के उत्साह से भरा होता है।

यहां की खासियत वेस्टर्न डांस ट्रूप है। डीयू में होने वाले तमाम फेस्ट में यहां का ग्रुप भाग लेता है और इनाम भी

जीतता है। इस बार स्टार नाईट के लिए पंजाबी पॉप सिंगर जसलीन कौर रॉयल को बुलाया गया है। फेस्ट के

दोनों दिन पूरा कैंपस रोशन से जगमगाता नजर आता है।

वहीं इसी जीजस और मेरी कॉलेज के पास ही मैत्री कॉलेज का कैंपस है। यह भी महिला कॉलेज है। यहां भी फेस्ट दो ही दिन का होता है। रैपसोढ़ी नाम के इस फेस्ट में स्टार नाइट का आयोजन होता है।

कला के मंच पर बिखरी तरंग

लेडी श्रीराम कॉलेज (एलएसआर) में इस साल तीन दिवसीय वार्षिक सांसकृतिक महोत्सव तरंग- 2017 का आयोजन किया गया। इस कालेज की विशेषता यह है कि हर साल इसमें नई थीम होती है लेकिन हर बार एक बात समान होती है कि इसमें महिला सुरक्षा को तरजीह दी जाती है। इस बार भी छात्राओं ने अंब्रेला पेंटिंग, कॉमिक्स के पोस्टर प्रतियोगिता के जरिये महिला अधिकार पर अपना विजन पेश किया और लोगों को संदेश दिए। वहीं, छात्राओं की रचनात्मक

क्षमता को बढ़ावा देने के लिए पॉटरी वर्कशॉप का भी आयोजन किया गया। उत्सव के तहत कैंपस में लगाए

गए स्टॉल्स पर मोमबत्ती, सजावट के सामान, रंगबिरंगी चूडिय़ां, किताबें, स्टेशनरी, सूती कपड़े, जूट के थैले, ईको फ्रेंडली लिफाफे, कॉटन के कुर्ते, खाने-पीने का सामान आदि प्रदर्शित किए गए। सबसे आकर्षण का केंद्र पार्लियामेंट्री क्विज रहा जिसके जरिये छात्राओं को संसद के कामकाज की जानकारी भी दी गई।

कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सुमन शर्मा का कहना है कि इस कार्यक्रम के जरिये छात्राओं को एक-दूसरे

को जानने समझने का मौका मिलता है। साथ ही उन्हें अपनी रचनात्मक क्षमता को प्रदर्शित करने का मंच भी

मिल जाता है।

-प्रस्तुति : विजयालक्ष्मी, नई दिल्ली


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