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बोरिंग नहीं, खुशमिजाज बनें

जिंदगी को अपने मुताबिक जीना हम सभी को अच्छा लगता है। हर दिन के लिए हम कोई लक्ष्य निर्धारित करते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए योजना का खाका भी हम स्वयं तैयार करते हैं।

By ChandanEdited By: Published: Sat, 08 Nov 2014 12:50 PM (IST)Updated: Sat, 08 Nov 2014 02:36 PM (IST)
बोरिंग नहीं, खुशमिजाज बनें

जिंदगी को अपने मुताबिक जीना हम सभी को अच्छा लगता है। हर दिन के लिए हम कोई लक्ष्य निर्धारित करते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए योजना का खाका भी हम स्वयं तैयार करते हैं। अपनी योजना पर सख्ती से अमल करना और इस तरह दिनचर्या को अपने कंट्रोल में रखने में कुछ भी गलत नहीं है, पर सख्त रूटीन के चक्कर में कहींआप कुछ मिस तो नहीं कर रही हैं। अपनी हर प्लानिंग को कुछ ज्यादा गंभीरता से लेने के कारण कहीं आप अपनी जिंदगी से खुशमिजाज रवैये और मौजमस्ती के लम्हों को तो दूर नहीं करती जा रही हैं?

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जिंदगी के महत्वपूर्ण मामलों में संजीदा होना अच्छा है, पर जरूरत से अधिक गंभीरता और दिनचर्या को लेकर सख्त रवैया आपको बना सकता है बोरिंग। यदि ऐसा है तो सचेत हो जाएं। बोरिंग लोगों का साथ किसी को नहीं भाता। लोग ऐसे लोगों से जुड़ाव रखना पसंद करते हैं, जो खुशमिजाज हों। इस संदर्भ में अपने व्यक्तित्व को परखने के लिए कुछ बातों पर गौर फरमाएं:

खुश होती हैं जब दोस्त प्लान कैैंसिल कर देते हैं

दोस्तों ने आपके साथ कहीं बाहर घूमने, लंच या डिनर का प्रोग्राम बनाया है, पर एकाएक उसे कैैंसिल करना पड़ता है। ऐसे में मूड ऑफ होने के बजाय मन ही मन आप प्रसन्न हो उठती हैं। दोस्तों के साथ आप मौजमस्ती करने वाली थीं, पर अब वैसा नहींहो सकेगा। इस बात से आपको जरा भी फर्क नहींपड़ता, उल्टे आपको अच्छा लगता है कि बाहर जाने से बच गयीं। यदि मन में ऐसे विचार उठें तो यह समय है सोच-विचार का। कभी-कभी एकांत में समय बिताने का हम सभी का मन करता है। यह सामान्य बात है, पर जब हमेशा ही आप अकेले रहना चाहें तो यह संकेत है कि आप बोरिंग होती जा रही हैं और इस बारे में आपको कुछ करना चाहिए। दोस्तों के साथ मौजमस्ती और क्वालिटी टाइम बिताने से आप ऊर्जावान महसूस करेंगी, बस थोड़ा नजरिया बदल कर देखें।

रोजाना का फिक्स रूटीन

क्या आप एक ही रेस्तरां जाना, कुछ चुने हुए व्यंजन ऑर्डर करना, एक ही तरह का पहनावा धारण करना पसंद करती हैं? नए रंग, डिजाइन के परिधान, नए व्यंजन इत्यादि की ओर रुख करने के बजाय जो चीजें आप पहले ट्राई कर चुकी हैं, उसे ही लेना पसंद करती हैं? यदि ऐसा है तो रवैया बदलें। नए अनुभव रोमांच बढ़ाते हैं, चाहे वह किसी नई जगह घूमने का प्लान हो या कोई नया कुजीन करना हो ट्राई। इससे न सिर्फ कुछ नया सीखने और समझने को मिलता है, बल्कि नीरसता भी दूर होती है।

यात्रा करने से बचती हैं

नई जगह की यात्राओं से नए लोगों, नई संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलता है। ये अनुभव व्यक्तित्व में निखार लाते हैं। जिंदगी को जिंदादिली से जीने वाले लोग हमेशा ऐसे ही नए अनुभवों और रोमांच की तलाश में रहते हैं। वहीं बोरिंग लोगों को घर से बाहर निकलने में भी आलस्य आता है। अपनी दिनचर्या से इतर उन्हें कुछ भी रास नहीं आता। अगर आपको भी अपने काम और सोने व खाने से इतर किसी चीज से मतलब नहीं है तो सोचने का तरीका थोड़ा बदलने की जरूरत है। घर से बाहर निकलें, नए स्थान पर घूमने जाएं, प्रकृति के सौंदर्य को एंजॉय करें, लोगों से घुलें-मिलें, इससे आपकी जिंदगी में आनंद घुलेगा। कहीं जाने या घूमने-फिरने के लिए बहुत लंबी योजना बनाने की जरूरत नहीं। अंतिम क्षणों में भी प्लान बने तो निकल जाएं घूमने के लिए।

दोस्त जब पूछते हैं कि क्या नया चल रहा है तो आपका जवाब होता है कुछ भी नहीं

दोस्तों के बीच एक-दूसरे की जिंदगी के बारे में जानने की सहज जिज्ञासा होती है। जब दोस्त आपसे सवाल करते हैं कि क्या नया चल रहा है जिंदगी में तो क्या आपका जवाब होता है ऐसा कुछ नया नहीं हुआ, जिसके बारे में बताया जा सके। अगर ऐसा है तो यह संकेत है कि आप बोरिंग होती जा रही हैं। इस नीरसता को तोड़ने के लिए जिंदगी में कोई चमत्कारिक परिवर्तन की जरूरत नहीं। अपने शौक के मुताबिक किसी गतिविधि में स्वयं को व्यस्त कर सकती हैं, जैसे कोई नई किताब पढ़ना, हॉबी क्लास जॉएन करना या नई भाषा सीखने का आयडिया भी है लाजवाब। ऐसा कुछ नया करें, जिसके बारे में दोस्तों के साथ चर्चा करना आपको भाए। कुकिंग का शौक रखती हैं तो नई रेसिपी बनाएं। इसके बारे में भी दोस्तों से शेयर कर सकती हैं। इस तरह छोटी-छोटी सी बातों से भी आप जिंदगी में एक्साइटमेंट और आनंद सहेज सकती हैं। याद रखें जीवन में हमेशा कुछ नया होते रहना चाहिए।

बातचीत के दौरान आप अचानक विषय बदल देती हैं

किसी मुद्दे पर सामान्य वार्तालाप चल रहा है और आप अचानक दूसरे विषय पर आ जाती हैं। आपको लगता है कि उस मुद्दे पर बातचीत का कोई अंत नहींहै या बातचीत किसी ऐसे मोड़ पर पहुंच जाएगी, जहां दोनों असहज महसूस करेंगे। अगर आपके साथ भी ऐसा है तो सोचने की जरूरत है। सबसे पहले स्वयं को सहज करें। याद रखें कि किसी विषय पर चर्चा का यह अर्थ नहीं है कि सामने वाला आपको अपनी बात मानने पर मजबूर करने की मंशा रखता है। खुशमिजाज लोग किसी पर अपने विचार थोपने का प्रयास नहीं करते। सामान्य चर्चा से सहज रूप में कई विचार निकलकर सामने आते हैं।

आप कुछ ज्यादा ही गंभीर रहती हैं

अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को गंभीरता से लेना जरूरी है। आपको यह पता होना चाहिए कि दोनों के संदर्भ में कब संजीदा फैसले लेने हैं, पर उन्हें लेकर हर वक्त गंभीरता का आवरण ओढे़ रहना आपको बोरिंग बनाता है। हर समय की इस गंभीरता की वजह से लोग आपसे दूरी बनाने लगेंगे। हमेशा ऐसे अवसरों की तलाश में रहना चाहिए जब हंसी-मजाक के जरिए आप स्वयं को तनाव मुक्त कर सकें। खासकर जब आप दोस्तों के बीच हों तो हंसी-मजाक के लम्हें आपको तरोजाता कर जाएंगे। ये लम्हें आपको स्वयं तलाशने होंगे। अपनी पर्सनल व प्रोफेशनल लाइफ में तालमेल बनाकर रखना जरूरी है।

हर बात को लेकर शिकायत करना आपकी आदत है

आप हर बात को लेकर हमेशा शिकायत करती रहती हैं? जिन छोटी-छोटी चीजों को आप पहले एंजॉय किया करती थीं, उन्हें लेकर आप परेशान हो उठती हैं। हर छोटी-बड़ी बात को लेकर आपका यह शिकायती लहजा आपके रिश्तेदारों और दोस्तों को आपसे दूर कर सकता है। याद रखें कि कोई भी व्यक्ति हर समय आपकी परेशानियों और शिकायतों को नहीं सुनना चाहेगा। लगातार शिकायती लहजा आपके व्यक्तित्व में आ रही बोरियत को दर्शाता है। हम सभी की जिंदगी में अपनी परेशानियां होती हैं, जिनसे हमें स्वयं निपटना होता है। यहां यह बात मायने रखती है कि जिंदगी के प्रति आपका नजरिया कैसा है। आपका यह नजरिया आपके आसपास मौजूद लोगों को प्रभावित करता है। लोग ऐसे व्यक्ति से नजदीकी बढ़ाना चाहते हैं, जिसका रवैया सकारात्मक हो।

(सुगंधा ओबेराय, सीनियर साइकोलॉजिस्ट)


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