हैरान कर देंगी इन पक्षियों की ये बातें, ये अंधविश्वास है या कुछ और...
पक्षियों की हैरान कर देने वाली ऐसी बातें जिनमें बहुत से लोग विश्वास करते हैं तो कुछ उन्हें अंधविश्वास का नाम दे देते हैं
दुनियाभर में आपने ऐसे बहुत से रिवाज और बातें सुनी होंगी जिनके पीछे कोई खास तर्क नही है फिर भी उन बातों को लोग मानते हैं। कुछ लोग इन्हें अंधविश्वास कहते हैं तो कुछ इन बातों में पूरी आस्था रखते हैं। वेबदुनिया के अनुसार आइये आपको बताते हैं कि क्या हैं ये बातें....
टिटहरी
ऐसी मान्यता है कि टिटहरी जब वृक्ष पर रहने लगे समझो कि धरती पर भूकंप आने वाला है। दरअसल टिटहरी कभी भी वृक्ष पर घोंसला नही बनाती। वह जमीन पर ही अंडे देती है और जमीन पर ही रहती है।
चमगादड़
चमगादड़ का किसी के घर के अंदर प्रवेश करना बहुत बड़ा अपशगुन माना जाता है। कहा जाता है कि उसका घर में प्रवेश मौत की सूचना को दर्शाता है। प्राचीन या मध्यकाल में चमगादड़ ऐसी बीमारियों को फैलाता था जिनका इलाज करना असंभव था। इसलिये चमगादड़ को मौत का दूत कहा जाता है।
कौआ
भौर होते ही प्रथम प्रहर में अगर कौए की आवाज सुनाई दे तो इसे घर में किसी अतिथि के आने की सूचना माना जाता है। दिन के दूसरे पहर में कौए की आवाज आये तो माना जाता है कि व्यापार में लाभ होगा। प्रथम प्रहर में दक्षिण दिशा में कौए की आवाज सुनाई देना अर्थ लाभ कराता है। मध्यान्ह में सुनाई दे तो पद की प्राप्ति होती है। लेकिन तीसरे और चौथे प्रहर की आवाज का मतलब यह कि खराब संदेश प्राप्त होगा। अगर एक स्थान पर बहुत से कौए इकट्ठे हो जाये तो विवाद का कारण बनता है। वर्षा ऋ तु में कौओं के झुंड अगर बिना आवाज करे अपने घोंसले में लौटने लगे तो तेज वर्षा होती है। घर में बहुत सारे कौओं का बैठना मृत्यु का कष्टï दे सकता है। चलते हुए सिर पर कौओं का स्पर्श करना भी स्वास्थ्य और आयु के लिए अच्छा नहीं होता। रात में कौवे बोले, दिन में गीदड़ बोले तो अवश्य ही कोई बड़ा उपद्रव होगा।
चिडिय़ां
घर में अगर चिडिय़ां घोंसला बना ले तो समझ लो कि आपके घर बहुत सी खुशियां आने वाली है। कहते हैं कि आपके घर में या बालकनी में चिडिय़ां अपना घोंसला बनाकर रहने लगे तो समझो की आपके घर में खुशियों की शुरुआत होने वाली है। इससे हर तरह की विपदा दूर होती है और घर के सभी सदस्यों का चित्त प्रसन्न रहता है।
तीतर- तीतर का जोड़ा जब एक साथ खाने लगे तो भरपूर वर्षा होती है।
READ: जानिये, कैसे एक भरी हुई बाल्टी बदल देगी आपकी किस्मत!
कबूतर
दिन के प्रथम प्रहर में कबूतर की गुटर गूं सुनाई दे तो अर्थ लाभ, तीसरे प्रहर में विवाह या प्रेम-संबंध के होने की मान्यता है। परंतु चौथे प्रहर में सुने तो कार्य में हानि होने का योग रहता है। कबूतर का सिर के ऊपर से उडऩा जीवन के कष्टों को कम करता है। कबूतर का किसी स्थान पर रहना उस स्थान के रहने वालों को नुकसान पहुंचाता है। घनघोर घटाओं और चमकती बिजली के बीच यदि कबूतरों के झुंड आकाश में ऊंची उड़ान भरने के स्थान पर चुपचाप वृक्षों पर बैठा रहें तो उन घटाओं और बिजली चमकने का कोई अर्थ नहीं होता अर्थात उस समय वर्षा नही होती।
कोयल
दिन के प्रथम प्रहर में कोयल की आवाज सुनाई दे तो नुकसान हो सकता है। इसलिए इस संदर्भ में जब भी ऐसी आवाज सुने तो वहां से हट जाने की हिदायत दी गई है।
बाज
बाज की आवाज अगर दिन के प्रथम प्रहर में पूर्व दिशा में दिखाई दे या आवाज सुनाई दे तो यह शुभ माना जाता है। ऐसा लगातार होने पर खेती केहाल अच्छे होंगे। परंतु अन्य समय में उसकी आवाज सुनाई दे तो इससे परेशानी होने की स्थिति बनती है।
उल्लू
उल्लू की आवाज रात के प्रथम प्रहर, द्वितीय और चतुर्थ प्रहर में सुनाई दे तो इच्छा के पूर्ण होने के संकेत हैं। इससे अर्थ लाभ, व्यापार में लाभ और राजदरबार आदि में लाभ मिलेगा। लेकिन एक ही दिशा में उल्लू का बार-बार आवाज आना, उसका दिखना, ज्यादा कल्याणकारी नहीं है। यह संकट की सूचना है या इसे आपकी सेहत खराब होने की सूचना भी माना जा सकता है।
मुर्गा
दिन के प्रथम प्रहर या दूसरे प्रहर में मुर्गे की आवाज सुनाई दे तो किसी पुराने व्यक्ति से मिलन होता है और सुख-सुविधाओं में बढ़ोत्तरी होती है। तीसरे और चौथे पहर में सुनाई दे तो चोट लगने तथा जलने का योग रहता है।