गैजेट्स के बिना शापिंग अधूरी
इलैक्ट्रानिक गैजेट्स युवा पीढ़ी की पहली पसंद है। इसलिए त्योहारों की शॉपिंग के दौरान ज्यादातर परिवारों में इलेक्ट्रनिक गैजेट्स भी खरीदे जाते हैं। अगर इस बार आप भी ऐसी कोई इलैक्ट्रानिक वस्तु खरीदने की योजना बना रहे हैं तो इन बातों का खासतौर पर ध्यान रखें...
-इलेक्ट्रानिक वस्तुओं की रीसेल वैल्यू नहीं के बराबर होती है। इसलिए जब आपको पूरा भरोसा हो कि आप उसका इस्तेमाल अच्छी तरह कर पाएंगे, तभी खरीदें।
- इलेक्ट्रानिक वस्तुओं का बाजार बहुत बड़ा है और अलग-अलग ब्रैंड्स की चीजों की कीमत में काफी भिन्नता है। मार्केट रिसर्च करने के बाद ही कोई वस्तु खरीदें।
- दूसरों से प्रभावित होने के बजाय अपनी जरूरत के अनुकूल चीजें खरीदें। अगर आप बहुत ज्यादा टेक्नोसैवी नहीं हैं तो मुश्किल फीचर्स
वाली चीजें खरीदने से बचें।
- यदि आप ज्यादा टेक्नोसैवी हैं तो आपको बाजार में उपलब्ध नवीनतम माडल ही खरीदना चाहिए।
- जरूरी नहीं कि चीजों के माडल और कीमत पता करने के लिए आप बाजार के चक्कर लगाएं।
नवीनतम माडल, उसमें मौजूद सुविधाओं, उपयोगिता, गुणवत्ता और मूल्य जानने के लिए इंटरनेट एक बेहतर माध्यम है। इससे आप घर बैठे सारी जानकारी हासिल कर सकती हैं।
- अगर आप बड़े बजट का सामान लेने जा रहे हैं तो उसे खरीदने से पहले अपने किसी ऐसे दोस्त की राय जरूर लें, जो पहले ऐसी चीजें खरीद चुका हो।
- इलेक्ट्रानिक वस्तुओं पर अक्सर नए-नए आफर्स आते रहते हैं। कभी डिस्काउंट तो कभी पुराने के बदले नया और कभी एक के साथ एक फ्री...। हड़बड़ी में कोई फैसला न करें, नुकसान हो सकता है।
- अगर वह इलेक्ट्रानिक वस्तु वारंटी या गारंटी के
दायरे में हो तो दुकानदार या वेबसाइट आपको कंपनी के सर्विस सेंटर का पता बता देते हैं। कई बार वहां पहुंचने के बाद पता चलता है कि कंपनी केवल हार्डवेयर को दुरुस्त करने की गारंटी या वारंटी देती है। साफ्टवेयर ठीक करने की वारंटी नहीं होती है। ऐसी सभी बातों के बारे में पहले से ही मालूम कर लें।
- प्रोडक्ट खरीदने से पहले एक बार उसकी कंपनी की वेबसाइट पर चेक कर लें कि कंपनी वह प्रोडक्ट अभी बना रही है या नहीं? कहीं ऐसा तो नहीं कि कंपनी उसे बनाना बंद कर चुकी हो। अगर ऐसा है तो उसे न खरीदें, क्योंकि जिस प्रोडक्ट का उत्पादन बंद हो जाता है, बाजार में उसके पाट्र्स नहीं मिलते।