टीवी एक्ट्रेस सौम्या टंडन का खत मां के नाम
मां के लिए हर दिल में प्यार और आदर होता है। उसके लिए लफ्जों की नहीं सिर्फ एक अहसास ही काफी है।
प्यारी मां,
आपको शुक्रिया कहना समंदर में एक बूंद पानी डालने के समान है। आपके लिए मेरे दिल में जो प्यार और आदर है उसके लिए मेरे पास लफ्ज नहीं हैं। उसे मापा भी नहीं जा सकता। आप मेरे लिए क्या मायने रखती हैं, यह मैं आपसे जता नहीं सकती। आप मेरे लिए इस पूरी कायनात से भी बढ़ कर रही हैं। मेरे जिस्म का हर कतरा, मेरी आत्मा आप ही का हिस्सा तो है। आप मुझे इस दुनिया में लेकर आईं। इस काबिल बनाया। मेहनत करना भी आपसे ही सीखा मैंने। दिल से साफ रहना, विषम परिस्थितियों में भी हौसला बनाए रखने से लेकर बाकी सब कुछ आपकी ही देन तो है। मैं जब मुंबई आई। जब अपने दम पर पहला शो मुझे मिला, सब आपके आशीष का फल है। मुंबई जैसे शहर और ग्लैमर जगत जैसी चुनौतीपूर्ण फील्ड में मुकाम तब ही हासिल कर पाई, जब आपका भरोसा हर हाल में मुझ पर बना रहा। अब जबकि व्यस्तताओं के चलते मैं आप को वक्त नहीं दे पाती, आप मेरा पूरा ख्याल रखती हैं। मुंबई से जब कभी घर आती हूं, आप पूरी कोशिश करती हैं कि एक सेकेंड भी मेरे बिना न बीते। आप यकीन मानें मैं भले व्यस्त रहूं, पर हर वक्त आपके बारे में ही सोचती रहती हूं। कोशिश रहती है कि जब कभी आप तन्हा महसूस करें, मैं मौजूद रहूं। मां, मैं आपकी शख्सियत का आधा भी हो जाऊं तो जीवन धन्य मान लूंगी।
ऋताषा राठौड़ का खत मां के नाम
प्यारी मम्मा,
यह खत लिखते हुए बड़ी नर्वस हूं। सूझ नहीं रहा कि कहां से शुरू करूं। कैसे कम शब्दों में तुम्हारा आभार प्रकट करूं। मैं कोशिश कर रही हूं। सबसे पहले तो इस बात का शुक्रिया कि आप मुझे इस दुनिया में लाईं। मुंबई के सबसे अच्छे स्कूल में पढ़ाया लिखाया। इस बात के लिए भी थैंक्यू कि आपने मेरे दिमाग में यह बात बहुत अच्छे से बिठाया कि मुझे स्वतंत्र, शिक्षित और आत्मनिर्भर होना है। रोज सुबह जो आप मुझे गले लगाकर और प्यारी सी मि_ी देकर जगाती थीं, शुक्रिया उसके लिए। मुझे याद है कि बहुत छोटी थी मैं। मैं रोज आपके साथ ही सोती थी। गले लगाकर। आपकी बांहों के बने पालने में। तब एक बार आप को हफ्ते भर के लिए मुझसे दूर जाना पड़ा था। आपने अपना स्वेटर मेरे लिए छोड़ दिया था। उसी परफ्यूम में डूबा हुआ, जो आप रोजाना यूज करती थीं। मैं हर रात उसे बांहों में दबाकर सो जाती थी। लगता था कि मैं आप के साथ ही सो रही हूं। कितना ख्याल रखती थीं न आप मेरा। आप कमाल हैं। जब टीनएज में मैंने कदम रखा। पीरियड्स आने लगे तो आपने डायग्राम बनाकर मुझे समझाया कि यह क्या है। आपने कभी मुझ पर शादी का दबाव नहीं डाला। आप ने मुझे मेरे ख्वाबों को जीने दिया। शुक्रिया कि आपने मुझ में अपार भरोसा रखा। यह यकीन दिलाया कि मैं कुछ भी कर सकती हूं। बड़ी हुई तो आप के कहने पर ही मैंने पापा के साथ काम करना शुरू किया। मुझे उदार, करुणामय, दयालु, गर्मजोशी से भरा व ईमानदार बनाने के लिए शुक्रिया। आप सख्त मां साथ ही कमाल की पत्नी रहीं। आखिर में प्यार बांटते चलो के फलसफे पर चलना सिखाने के लिए शुक्रिया।
हैप्पी मदर्स डे पुर्णी मम्मा