अधिकारों के प्रति कितनी जागरूक हैं आप ?
र्क प्लेस पर महिलाओं के अधिकारों का अक्सर हनन किया जाता है, क्या कारण है कि महिलाएं रह जाती हैं अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने में पीछे ? राय संगिनी सिटी की...
वर्क प्लेस पर महिलाओं के अधिकारों का अक्सर हनन किया जाता है और चाहते हुए भी वे इसके खिलाफ आवाज नहीं उठा पाती हैं। अधिकारों को लेकर कितनी जागरूक हैं आप ? क्या कारण है कि महिलाएं रह जाती हैं अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने में पीछे ? राय संगिनी सिटी की...
कई बार ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जिससे पता चलता है कि आज के समय में भी कई जगहों पर महिला कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जाता है। फिर वो चाहे अधिकारों के लिए हो या आय के मामले में
हो। यह केवल छोटी जगहों पर नहीं है। फिल्म इंडस्ट्री में भी इस तरह का भेदभाव किसी से छिपा नहीं है। कहीं न कहीं यह जागरूकता व मानसिकता में कमी का ही नतीजा है।
रश्मि
अब तो कानून में भी प्रावधान बन गए हैं जिससे महिलाएं कार्यस्थल पर अपने अधिकारों के लिए आवाज उठा सकती हैं। साथ ही सरकार भी इस क्षेत्र में प्रचार-प्रसार कर रही है। अब तो केवल महिलाओं को यह सब परेशानी झेलने के बजाय अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने की हिम्मत करनी है।
कविता सिंह
ऐसा सीधे तौर पर नहीं माना जा सकता कि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति लापरवाह हैं। असल में बात यह आती है कि महिलाएं अपनी बात को आगे रखने की हिम्मत नहीं कर पाती हैं। वे चाहती हैं कि कोई और
उनके लिए आवाज उठाए जो कि हो नहीं पाता। जिस कारण उनके अधिकारों का हनन होता रहता है।
लक्ष्मी