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ठेले पर चाय बेचने वाला बना सीए, प्रधानमंत्री मोदी से मिली प्रेरणा

शहर के सदाशिव पेठ इलाके में चाय का ठेला लगाने वाला 28 साल का सोमनाथ गिराम अपनी मेहनत के दम पर सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) बन गया है। सोमनाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी प्रेरणा मानते हैं और उन्हीं की तरह आगे चलकर देश की सेवा करना चाहते हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2016 05:00 AM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2016 05:08 AM (IST)
ठेले पर चाय बेचने वाला बना सीए, प्रधानमंत्री मोदी से मिली प्रेरणा

पुणेशहर के सदाशिव पेठ इलाके में चाय का ठेला लगाने वाला 28 साल का सोमनाथ गिराम अपनी मेहनत के दम पर सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) बन गया है। सोमनाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी प्रेरणा मानते हैं और उन्हीं की तरह आगे चलकर देश की सेवा करना चाहते हैं।

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खेतों में की मजदूरी
- सोलापुर जिले के करमाला तहसील के रहने वाले सोमनाथ एक साधारण किसान परिवार से आते हैं।
- कुछ साल पहले फसल खराब होने के कारण दिनोंदिन उनके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होती गई और दसवीं के बाद सोमनाथ के पढ़ाई छोड़ने तक की नौबत आ गई।
- इन कठिनाइयों के बावजूद सोमनाथ ने हिम्मत नहीं हारी और पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए खेतों में मजदूरी तक की।

रिश्तेदारों ने पढ़ाई छोड़ने को कहा
- परिवार के खराब आर्थिक हालात के चलते सोमनाथ के बड़ा भाई और बहन को पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी।
- सोमनाथ पर भी रिश्तेदारों ने पढ़ाई छोड़ने का दबाव बनाया। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और किताब से लेकर फीस तक का पूरा खर्च खुद उठाया।
- गांव में रहने के दौरान सोमनाथ प्रतिदिन 40 किलोमीटर साइकिल से स्कूल जाते थे।

पीएम मोदी से मिली प्रेरणा

- वे प्रधानमंत्री मोदी से बेहद इंस्पायर्ड हैं।

- सोमनाथ ने बताया कि, आर्थिक तंगी के चलते उनके जीवन में एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्हें लगा कि पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ेगी।

- लेकिन उन्होंने एक अखबार में प्रधानमंत्री मोदी की कहानी पढ़ी और उनसे प्रेरणा लेते हुए संघर्ष जारी रखा।

ऐसे पहुंचे पुणे
- बारहवीं के बाद उनके टीचर ने उन्हें पुणे जाकर बी.कॉम करने की सलाह दी।
- पुणे आकर सोमनाथ ने एक दुकान में काम किया और बी.कॉम के लिए गरवारे कॉलेज में एडमिशन लिया।
- 2009 में बी.कॉम पास करने के बाद सोमनाथ ने 2012 में यहीं से एम.कॉम भी किया।
- इसी बीच सोमनाथ ने सीए की तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन महंगी किताबें और कोचिंग का खर्च बार-बार उनके मार्ग में बाधा बन रहा था।

लगाई चाय की दुकान
- सीए की पढ़ाई के खर्च के लिए सोमनाथ को चाय बेचने पर मजबूर होना पड़ा।
- उन्होंने पुणे के सदाशिव पेठ इलाके के पेरुगेट चौराहे पर साल 2013 में चाय की दुकान खोली।
- पहले वह खुले में चाय बेचा करते थे, फिर उन्होंने एक ठेला खरीदा और आजकल उसी पर चाय बेच रहे हैं।
- दिनभर चाय की दुकान चलाने के बाद पूरे दिन में वह 5-7 घंटे पढ़ाई करते हैं।
- सीए परीक्षा में उन्हें 55 परसेंट नंबर मिले हैं।
- सोमनाथ आगे चलकर अपनी खुद की सीए फर्म शुरु करना चाहते हैं।


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