महाराष्ट्र में फिर सक्रिय हुआ मानसून, कोंकण, विदर्भ में बाढ़ जैसे हालात
महाराष्ट्र में मानसून फिर एक बार सक्रिय हो गया है। कोंकण में मुसलाधार बारिश से कई नदियों बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, विदर्भ में बाढ़ से 250 गावों का संपर्क टूटा है।
पुणे। पिछले दो दिनों से महाराष्ट्र में मानसून फिर एक बार सक्रिय हो गया है। कोंकण में मुसलाधार बारिश से कई नदियों बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। विदर्भ के गढ़चिरौली जिले में बाढ़ की वजह से 250 गावों का संपर्क टूटा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने इन गांवों में मदद पहुंचाने को लेकर प्रशासन को आदेश दिया है।
महाराष्ट्र के कोंकण और विदर्भ में पिछले 24 घंटों से जोरदार बरसात हो रही है। गढ़चिरौली में पर्ल-कोटा और बांडे नदी में बाढ़ आने से भामरागढ़ सहित 250 गावों का संपर्क टूटा है। पश्चिमी महाराष्ट्र में लगातार तीन की बारिश से कोल्हापुर में इस मौसम में पहली बार पंचगंगा नदी में बाढ़ आई है। कोंकण के रत्नागिरी में पिछले 15 दिनों से जोरदार बरसात हो रही है। इससे जिले के सभी बांध ओवर फ्लो हो गए है।
नासिक में गोदावरी नदी में बाढ़ आने से पंचवटी इलाके में मंदिर पानी में डूब गए है। लेकिन मराठवाड़ा में और पश्चिमी महाराष्ट्र के पूर्वी इलाकों में बारिश कम होने से बांधों में जलस्तर नहीं बढ़ने से पानी का संकट उभरा है।
पुणे में भी दो दिनों से हल्की बारिश हो रही है। शहर को जलापूर्ति करने वाले खड़कवासला डैम में अब तक 50 प्रतिशत पानी जमा हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान और उत्तरी भारत में मानसून के लिए अनुकूल स्थिति बनी है। अगले पांच दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान के अलावा उत्तरी भारत में मानसून सक्रिय रहेगा।