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पुणे से प्रसारित नहीं होगा मराठी बुलेटिन, मनसे ने किया फैसले का विरोध

केंद्र सरकार ने 2 अक्टूबर 1953 को शुरू किए गए आकाशवाणी पुणे के प्रादेशिक समाचार विभाग को बंद करने का निर्णय लिया है। अब मराठी में समाचार लोग नहीं सुन सकेंगे।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 12 Aug 2016 06:57 AM (IST)Updated: Fri, 12 Aug 2016 07:02 AM (IST)
पुणे से प्रसारित नहीं होगा मराठी बुलेटिन, मनसे ने किया फैसले का विरोध

पुणेकेंद्र सरकार ने 2 अक्टूबर 1953 को शुरू किए गए आकाशवाणी पुणे के प्रादेशिक समाचार विभाग को बंद करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के बाद अब पुणे से सुबह सात बजकर दस मिनट पर मराठी में प्रसारित होने वाले समाचार लोग नहीं सुन सकेंगे। केंद्र सरकार के इस निर्णय का यहां विरोध भी शुरू हो गया है। बुधवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने शिवाजीनगर स्थित आकाशवाणी कार्यालय के सामने आंदोलन किया।

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साथ ही केंद्र सरकार द्वारा निर्णय वापस नहीं लेने पर मनसे स्टाइल में आंदोलन करने की चेतावनी दी है। पुणे आकाशवाणी से रोजाना सुबह सात बजकर दस मिनट पर मराठी में समाचार का प्रसारण होता है। राज्य के करोड़ों लोग इस बुलेटिन को सुनते हैं। ऐसे में अब केंद्र सरकार के सूचना एवं प्रसारण विभाग ने इस बुलेटिन को बंद करने का निर्णय लिया है। बुधवार को मनसे के कार्यकर्ताओं ने शिवाजीनगर स्थित आकाशवाणी के कार्यालय के सामने आंदोलन कर इसका निषेध किया। मनसे के शहर अध्यक्ष अजय शिंदे ने कहा कि, केंद्र सरकार का यह निर्णय बिना चर्चा किए तानाशाही तरीके से लिया गया है। यदि उक्त निर्णय नहीं बदला गया तो मनसे अपने स्टाइल में आंदोलन करेगी।

नायडू को इमेल कर दी जानकारी
मनसे व स्थानीय लोगों के बुलेटिन को लेकर बढ़ते विरोध को देखते हुए पुणे के सांसद अनिल शिरोले ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू को इमेल कर इसकी जानकारी दी है।


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