2000 करोड़ के ड्रग्स केस में पुलिस ने ममता कुलकर्णी को बनाया आरोपी
ठाणे पुलिस ने शनिवार को साफ कर दिया कि बॉलीवुड एक्ट्रेस रहीं ममता कुलकर्णी अपने कथित पति विकी गोस्वामी के साथ दो हजार करोड़ रुपए के ड्रग्स रैकेट केस में आरोपी हैं।
पुणे। ठाणे पुलिस ने शनिवार को साफ कर दिया कि बॉलीवुड एक्ट्रेस रहीं ममता कुलकर्णी अपने कथित पति विकी गोस्वामी के साथ दो हजार करोड़ रुपए के ड्रग्स रैकेट केस में आरोपी हैं। पुलिस ने कहा कि ममता के खिलाफ गिरफ्तार आरोपियों ने बयान दिए हैं। कुछ सबूत भी पुलिस के पास हैं। अब इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग की जाएगी।
ठाणे के कमिश्नर परम बीर सिंह ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया- "पकड़े गए दो आरोपियों ने बयान दिया है कि जनवरी 2016 को ड्रग्स स्मगलरों की एक अहम मीटिंग केन्या के मोंबासा की एक होटल ब्लिस में हुई थी। इसमें ममता गोस्वामी के साथ शामिल हुई थी। डॉक्टर अब्दुला और साबुरी फार्मा कंपनी के दो अफसर भी मौजूद थे। जो कंपनी ड्रग बना रही थी, उसके दो करोड़ शेयर में से 11 लाख शेयर ममता के नाम ट्रांसफर होने वाले थे। इस कंपनी का नेटवर्क भारत के अलावा साउथ अफ्रीका, कोलंबिया और अमेरिका में भी है।"
ममता और उनके कथित पति विकी गोस्वामी सहित 10 लोगों के खिलाफ अप्रैल में ड्रग्स स्मगलिंग का केस दर्ज किया गया था। इंटरनेशनल मार्केट में बरामद ड्रग कन्साइनमेंट की कीमत करीब 2 हजार करोड़ रुपए बताई गई थी। विकी गोस्वामी खुद को ममता का पति बताता है, लेकिन ममता ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने विकी से शादी नहीं की है। विकी को पिछले महीने केन्या पुलिस ने गिरफ्तार किया था और वो फिलहाल जेल में है। खास बात ये है कि अप्रैल में जब विकी को केन्या में गिरफ्तार किया गया था, उसी दौरान मुंबई पुलिस ने सोलापुर में एक ड्रग फैक्ट्री का पर्दाफाश किया था।
केन्या में गिरफ्तार किए गए चार लोगों में बकताश अकाशा भी शामिल है। उसे केन्या का सबसे बदनाम ड्रग माफिया माना जाता है। एक और ड्रग तस्कर इब्राहिम अकाशा का बेटा भी गिरफ्तार किया गया है। इब्राहिम की मौत हो चुकी है। केन्या की कोर्ट ने विकी को बकताश अकाशा का खास मददगार बताया है।
ममता करीब 10 साल से लाइमलाइट से दूर हैं। उन्होंने 'घातक', 'करण अर्जुन' और 'बाजी' जैसी कई बॉलीवुड फिल्मों में काम किया है। ममता ने स्पिरिचुअलिज्म पर 'ऑटोबायोग्राफी ऑफ एन योगिन' नाम की एक किताब लिखी है।
सोलापुर में एक फैक्ट्री से 20 टन एफेड्रीन ड्रग बरामद की गई थी। इस ड्रग की खरीद और बिक्री भारत में बैन है। ठाणे पुलिस के मुताबिक भारत, पोलेंड और दूसरे यूरोपियन देशों की गैंग कन्साइनमेंट को मुंबई से गुजरात के रास्ते ईस्टर्न यूरोप भेजने की प्लानिंग कर रही थी।
ठाणे पुलिस के मुताबिक, यह इंटरनेशनल रैकेट है और विकी गोस्वामी उसका मुख्य सरगना है। इसी वजह से ममता कुलकर्णी के रोल की भी जांच की गई थी। पुलिस के मुताबिक, अमेरिका की ड्रग एन्फोर्समेंट एजेंसी (डीईए) ने विकी के ऑपरेशन की जानकारी दी थी, जिसमें वह प्राइम सस्पेक्ट था। जांच में पता चला कि ममता को इस रैकेट के फेस के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। इंटरपोल अलर्ट के बाद विकी केन्या से बाहर नहीं निकल सकता है। इसलिए वह ममता को दुबई, सिंगापुर, साउथ अफ्रीका और यूएस में क्लाइंट से मिलने के लिए कहता था। ममता महाराष्ट्र में ड्रग नेटवर्क के साथ भी बिजनेस डील करती थी। इसके अलावा, विकी पैसों के लेन-देन के लिए ममता के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल भी करता था। ये कपल हवाला के जरिए ड्रग डील का पैसा दूसरे देशों में भेजता था।
विकी का ड्रग क्राइम में लंबा इतिहास रहा है। उसे 1997 में दुबई में ड्रग की स्मगलिंग में अरेस्ट किया गया था। यहां उसे 15 साल की सजा हुई थी। उसके बाद वह ममता के साथ केन्या की राजधानी नैरोबी रहने चला गया था। केन्या में भी इस पर कई केस चल रहे हैं। यूएस और ठाणे पुलिस को भी विकी की ड्रग स्मगलिंग में तलाश है।