सिर्फ शीना ही नहीं, कई और भी हैं जिनका अपनों ने बहाया खून
शीना बोरा हत्याकांड ने लोगों को झंकझोर के रख दिया है। बहरहाल, यह पहला मामला नहीं है जब अपनों ने ही अपनों का खून बहाया हो। आइए नजर डालत हैं 5 सबसे हाई प्रोफाइल हत्या के मामलों पर जिसमें शामिल रहे हैं परिवार के सदस्य ..
नई दिल्ली। शीना बोरा हत्याकांड ने लोगों को झंकझोर के रख दिया है। बहरहाल, यह पहला मामला नहीं है जब अपनों ने ही अपनों का खून बहाया हो। भारत में हजारों ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिसमें माता-पिता अपने बच्चों को (विशेष रूप से लड़कियों) उनकी अनुमति के बिना शादी नहीं करने देना चाहते हैं, और जब बच्चे परिजनों की इच्छा के विपरीत जाकर शादी कर लेते हैं तो उन्हें भयावह परिणाम का सामना करना पड़ता है.. ऐसी मौत जिसके बारे में उन्होंने कभी सोचा ही नहीं था। हालांकि ऐसी हत्याओं के मामले में हर बार प्रेम संबंध ही कारण नहीं होता, दूसरा बड़ा कारण जायदाद की लालच भी है।
आइए नजर डालते हैं 5 सबसे हाई प्रोफाइल हत्या के मामलों पर जिसमें शामिल रहे हैं परिवार के सदस्य
1- शीना बोरा हत्याकांड
शीना बोरा हत्याकांड कि गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं सकी है, इस हत्या के पीछे अभी कई ऐसे राज दबे हुए हैं जिनका राजफाश होना शेष है। फिर भी हत्या के पीछे छिपे मकसद का पता चल चुका है। शीना को उसकी मां स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी मुखर्जी ने ही मारा है। बीती 25 अगस्त को पुलिस ने इंद्राणी मुखर्जी को गिरफ्तार किया था। इंद्राणी की गिरफ्तारी से पहले तक इंद्राणी के पति पीटर भी शीना को इंद्राणी की बहन मानते थे। इंद्राणी ने पूर्व पति संजीव खन्ना और ड्राइवर श्यामवर राय की मदद से 24 अप्रैल 2012 को मौत के घाट उतार दिया था। हत्या के बाद आरोपियों ने शीना का शव जलाकर शव रायगढ़ के जंगल में दफन कर दिया था। हत्या के एक माह बाद 23 मई को पुलिस ने शव बरामद कर लिया था, लेकिन तब शव की पहचान नहीं हो सकी थी। शीना की हत्या के बाद इंद्राणी मुखर्जी ने सभी को बताया था कि शीना यूएस चली गई है और तब किसी ने यह सोचा भी नहीं था कि शीना इस दुनिया में ही नहीं है।
इसलिए रची गई शीना हत्याकांड की साजिश
- शीना का उसके सौतेले भाई पीटर के बेटे राहुल मुखर्जी से प्रेम संबंध था.. राहुल पीटर की पहली पत्नी का बेटा है। शीना राहुल मुखर्जी से शादी करना चाहती थी, लेकिन इंद्राणी मुखर्जी को यह मंजूर नहीं था।
- इंद्राणी ने आईएनएक्स मीडिया की स्थापना की और गैरकानूनी तरीके से अकूत संपत्ति बना ली। आय से अधिक संपत्ति के मामले में न फंसे इसके लिए इंद्राणी ने भारी रकम अपने रिश्तेदारों के खाते में जमा करवा दी। शीना के भी बैंक खाते में इंद्राणी ने मोटी रकम जमा करवाई थी। शीना ने बाद में पैसे वापस करने से इनकार कर दिया था।
2- नौकर से आरुषि का प्यार नहीं भाया था तलवार दंपती को
अरुषि तलवार हत्याकांड को अभी तक की सबसे पेचीदा मर्डर मिस्ट्री में से एक माना जाता है। इस मामले में आरुषि के माता-पिता राजेश और नूपुर तलवार को सजा होने के बाद भी कई सवाल रहस्य बने हुए हैं।
16 मई 2008 को 14 साल की आरुषि तलवार उसके नोएडा स्थित घर के बेडरूम में मृत मिली थी। गला रेत कर बर्बरता से आरुषि को मारा गया था। शुरुआती जांच में अरुषि की हत्या के पीछे घरेलू नौकर हेमराज का नाम सामने आया था। लेकिन अगले ही दिन हेमराज की भी हत्या हो गई थी। उसका शव घर के छत पर पाया गया था।
डेंटिस्ट दंपती राजेश और नूपुर तलवार को अपनी बेटी आरुषि और घरेलू नौकर हेमराज की हत्या में दोषी पाया गया और 2013 में दोनों को आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया गया। इस मामले में कई थ्योरी सामने आईं.. जांच के कई चरणों में कई संदिग्धों का नाम भी सामने आया। नोएडा पुलिस की प्रारंभिक जांच के बाद मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया गया था।
मामले में शक की सुई कई संदिग्धों पर थी लेकिन हत्या की रात घर में सिर्फ तलवार दंपति मौजूद थे। संदिग्धों के खिलाफ पर्याप्त सबूत न मिलने के कारण मामले में सिर्फ तलवार दंपति ही आरोपी बनाए गए।
शुरुआती जांच में सीबीआई को भी तलवार दंपति के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया था और सीबीआई ने मामले में फाइनल रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दी थी। लेकिन अदालत ने केस को बंद न करते हुए सीबीआई को जांच जारी रखने के आदेश दिए थे। आखिरकार सीबीआई को वो तथ्य मिल ही गए जिससे साफ हो गया कि आरुषि की हत्या के पीछे उसके माता-पिता तलवार दंपति का ही हाथ था और 2013 में दोनों को उनके किए की सजा मिली।
मां-बाप से नहीं देखा गया था आरुषि का प्यार
-अरुषि हत्याकांड की जांच में खुलासा हुआ था कि आरुषि और तलवार फैमिली के घरेलू नौकर हेमराज में प्रेम संबंध था। तलवार दंपति को जब बेटी के संबंध के बारे में पता चला तो दोनों ने आरुषि को मार डाला।
3- दौलत के लिए संध्या पंडित को मारा था बेटे ने
संध्या पंडित बॉलीवुड एक्ट्रेस सुलक्षणा पंडित और विजेता पंडित की बहन थी। दिसंबर 2012 में संध्या पंडित अपने नवी मुंबई स्थित सीवूड्स एनआरआई कांप्लेक्स से लापता हो गई थी। दो माह बाद जनवरी 2013 में संध्या का शव उसके घर से 200 मीटर की दूरी पर मिला था।
प्रारंभिक जांच में पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा था, लेकिन बाद में संध्या की हत्या के पीछे उसके बेटे रघुवीर उर्फ भोला का नाम सामने आया था। मीडिया में आई खबरों में पता चला था कि रघुवीर ड्रग्स का आदती था और पैसों के लिए अकसर उसका अपनी मां से झगड़ा होता रहता था। मां से रघुवीर के झगड़े के बारे में नौकरानियों और पड़ोसियों ने खुलासा किया था। इसके बावजूद भी पुलिस रघुवीर को जेल में रखने के लिए पर्याप्त तथ्य नहीं जुटा सकी थी और बांबे हाईकोर्ट ने रघुवीर को जमानत पर रिहा कर दिया था।
4- जायदाद हथियाने के लिए पिता ने की थी लैला खान की हत्या
पाकिस्तानी मूल की अभिनेत्री लैला खान ने 2008 में आई वफा फिल्म में राजेश खन्ना के साथ काम किया था। फरवरी 2012 में लैला खान परिवार समेत मुंबई से गायब हो गईं थीं। लैला खान अपनी मां शेलिना, बड़ी बहन हशमीना, जुड़वा भाई बहन इमरान और जारा और चचेरे बहन रेशमा के साथ मुंबई से 126 किमी उत्तर में इगतपुरी में स्थित अपने दूसरे घर छुट्टी बिताने के लिए 30 जनवरी 2012 को निकलीं थीं। लापता होने से दस दिन पहले लैला की मां शेलिना ने अपनी बहन से बताया था कि वो चंडीगढ़ में है। लेकिन बाद में पूरा परिवार लापता हो गया।
लैला के पिता नादिर पटेल ने लैला और परिवार के सदस्यों के अपहरण का मामला 3 जुलाई को ओशिवारा पुलिस थाने में दर्ज कराया था। बाद में पता चला था कि लैला के सौतेले पिता परवेज ताक ने संपत्ति हड़पने के लिए पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया था। परवेज के बारे में पता चला था कि वो लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने परवेज को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में परवेज ने हत्या का खुलासा किया था। क्राइम ब्रांच ने मामले में दायर आरोप पत्र में दर्ज किया है कि परवेज ही पूरे परिवार को इगतपुरी स्थित फार्महाउस ले गया था और संपत्ति हथियाने के लिए सभी को मार डाला था। हत्या के बाद सभी शवों को फार्महाउस के पीछे दफना दिया था।
5.बेवफाई में रची गई थी नैना साहनी तंदूर हत्याकांड की कहानी
2 जुलाई 1995 की रात 29 वर्षीय कांग्रेस कार्यकर्ता नैना साहनी को उसके पति युवा कांग्रेस नेता सुशील शर्मा ने मार डाला था। नैना की हत्या करने के बाद सुशील शव को कई टुकड़ों में काटकर तंदूर में जला दिया था।
पुलिस द्वारा दायर किए गए 19 पन्नों के आरोप पत्र में इस बात का जिक्र किया गया था कि सुशील को शक था कि नैना का पूर्व सहपाठी और पार्टी के सह कार्यकर्ता मतलूब करीम के बीच नाजायज संबंध थे। सुशील ने पुलिस से बताया था कि 2 जुलाई को जब वो घर पहुंचा तो नैना फोन पर किसी से बात कर रही थी और उसे देखते ही नैना ने फोन काट दिया था। इसके बाद सुशील ने वो नंबर डॉयल किया जिस नंबर पर नैना बात कर रही थी। करीम की आवाज सुनने पर सुशील को नैना की बेवफाई के बारे में पता चल गया। क्रोध में आकर सुशील ने अपने रिवाल्वर से नैना को गोली मार दी। हत्या के बाद पुलिस से बचने के लिए सुशील ने नैना के शव को टुकड़़ों में काटकर तंदूर में जला दिया था।