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लंबे समय तक भारत नहीं आएगा जाकिर

इस्लामी उपदेशक डॉ. जाकिर नाईक की लंबे समय तक भारत लौटने की कोई योजना नहीं है। यह खुलासा डॉ. नाईक के वकील मुबीन सोलकर ने किया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 15 Jul 2016 06:44 AM (IST)Updated: Fri, 15 Jul 2016 06:49 AM (IST)
लंबे समय तक भारत नहीं आएगा जाकिर

मुंबई, राज्य ब्यूरो इस्लामी उपदेशक डॉ. जाकिर नाईक की लंबे समय तक भारत लौटने की कोई योजना नहीं है। यह खुलासा डॉ. नाईक के वकील मुबीन सोलकर ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए किया है। इस बीच डॉ. नाईक को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस तीसरी बार भी रद्द करनी पड़ी है।

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वकील मुबीन सोलकर ने चैनल से बात करते हुए कहा कि डॉ.नाईक को अगले साल भारत लौटना था। वह खुद पर लगे आरोपों के बाद सिर्फ अपनी सफाई देने के लिए 11 जुलाई को भारत आना चाहते थे। लेकिन अब केंद्र और राज्य सरकार की नौ – नौ एजेंसियां उनके खिलाफ जांच करने में जुट गई हैं, तो डॉ. नाईक को अपनी योजना में बदलवा कर वापस लौटने का कोई तुक नहीं बनता। अब जांच एजेसियों को अपनी जांच पूरी करने दीजिए। मुबीन का कहना है कि डॉ. नाईक के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं हुआ है। राज्य की एसआईडी ने भी उन्हें क्लीन चिट दे दी है। उन्हें गलत आरोपों का निशाना बनाया जा रहा है। डॉ. नाईक के भाषणों का प्रसारण करनेवाले पीस टीवी पर प्रतिबंध की बाबत मुबिन का कहना है कि पीस टीवी की अपलिंकिंग दुबई से होती है। इसलिए पीस टीवी को भारत में लाइसेंस की जरूरत नहीं है।

दूसरी ओर डॉ. जाकिर नाईक को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुंबई के पत्रकारों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस का कार्यक्रम तीसरी बार रद्द करना पड़ा है। क्योंकि जो स्थान उन्होंने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए बुक कराया था, बुधवार को देर रात उसने उनकी बुकिंग रद्द कर दी। बता दें कि दक्षिण मुंबई में ही महफिल हॉल नामक यह स्थान बोहरी मुस्लिम समुदाय का है। जहां पहले तो बुकिंग हो गई थी। लेकिन देर रात डॉ. नाईक के कार्यकर्ताओं को सूचित किया गया कि उनकी बुकिंग रद्द की जाती है। इससे पहले मुंबई के तीन पांच सितारा होटलों सहित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में भी डॉ. नाई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए स्थान नहीं मिल सका। इस बीच मुस्लिम समुदाय भी डॉ. नाई को लेकर दो भागों में बंटता दिखाई दे रहा है। मुंबई स्थित रजा अकादमी सहित शिया मुस्लिमों के कुछ संगठन नाईक के विरोध में उतरते दिखाई दे रहे हैं, तो मुस्लिम लीग और एमआईएम सहित करीब आधा दर्जन संगठन खुलकर उनके समर्थन में आ चुके हैं।


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