शीना हत्याकांड में गृह विभाग का यू-टर्न
शीना बोरा हत्याकांड पर महाराष्ट्र गृह विभाग ने यू-टर्न ले लिया है। सूत्रों का कहना है कि विभाग इस मामले का स्टेट्स रिव्यू करने के बाद ही इस बारे में फैसला करेगा कि मामला मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर को सौंपना भी है या नहीं।
मुंबई। शीना बोरा हत्याकांड पर महाराष्ट्र गृह विभाग ने यू-टर्न ले लिया है। सूत्रों का कहना है कि विभाग इस मामले का स्टेट्स रिव्यू करने के बाद ही इस बारे में फैसला करेगा कि मामला मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर को सौंपना भी है या नहीं।
महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) केपी बख्शी ने बुधवार को बताया कि उन्होंने महाराष्ट्र के डीजीपी संजीव दयाल से इस मामले की समीक्षा करने को कहा है। इसके बाद वह मुझे मामले की स्टेट्स रिपोर्ट भेजेंगे। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने में देरी इसलिए हो गई क्योंकि दयाल नागपुर में क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स (सीसीटीएनएस) लांच करने में व्यस्त थे। जैसे ही यह रिपोर्ट मिलेगी तो हम देखेंगे कि मारिया को पुलिस अधिकारियों को मामले में मदद करने की आवश्यकता है या नहीं। इस सिलसिले में वह मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगे और तभी आवश्यकतानुसार विस्तृत आदेश जारी होगा।
उल्लेखनीय है कि तत्कालीन मुंबई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया का कार्यकाल पूरा होने के 22 दिन पहले 8 सितंबर को उनका तबादला होमगार्ड डीजीपी के तौर पर कर दिया गया था। इसके चलते उन्हें जांच से हटना पड़ा था। लेकिन इस बात पर विवाद होने पर महाराष्ट्र सरकार ने उसी दिन घोषणा की थी तबादले के बावजूद शीना हत्याकांड की जांच मारिया ही करते रहेंगे।
इस बीच, शीना बोरा हत्याकांड की जांच विशेष जांच दल (एसआइटी) ही कर रही है। इसका नेतृत्व एसीपी संजय कदम और पुलिस इंस्पेक्टर दिनेश कदम कर रहे हैं। यह दोनों ही राकेश मारिया के करीबी बताए जाते हैं। इस वक्त मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अफसर ने बताया कि हत्या के कारण का पता चल चुका है लेकिन अभी उसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। हालांकि जब से मारिया का तबादला हुआ है पीटर मुखर्जी और मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी से एक बार भी पूछताछ नहीं हुई है। पहले मारिया ने लगातार तीन दिन तक खार पुलिस स्टेशन में इंद्राणी और पीटर से पूछताछ की थी।