कन्हैया को देशद्रोही कहना गलत, केंद्र पर साधा निशाना : उद्धव
जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार ने रविवार को दावा किया कि जेट एयरवेज की मुंबई-पुणे फ्लाइट में उन पर हमला किया गया। हालांकि, पुलिस ने उनके आरोपों को नकार दिया। इस बीच, शिवसेना उनके सपोर्ट में आती दिख रही है। उद्धव ठाकरे ने कहा, ''युवाओं के मसले पर
मुंबई। जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार ने रविवार को दावा किया कि जेट एयरवेज की मुंबई-पुणे फ्लाइट में उन पर हमला किया गया। हालांकि, पुलिस ने उनके आरोपों को नकार दिया। इस बीच, शिवसेना उनके सपोर्ट में आती दिख रही है। उद्धव ठाकरे ने कहा, ''युवाओं के मसले पर केंद्र सरकार को सावधानी बरतनी चाहिए। कन्हैया को देशद्रोही कहना गलत है। उसे किसने चर्चित किया, इसके बारे में सोचना चाहिए।'' मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर युवाओं के मामले में इसी तरह लापरवाही हुई तो सपोर्ट मिलना मुश्किल होगा।
- रविवार को कन्हैया ने कहा- बीजेपी के एक सपोर्टर ने मेरा गला दबाने की कोशिश की।
- घटना फ्लाइट उड़ने से पहले की बताई।
- कन्हैया ने जेट एयरवेज पर एक्शन नहीं लेने का आरोप भी लगाया। उन्होंने खुद ही तीन ट्वीट कर घटना की जानकारी दी।
- ट्वीट में लिखा, ''जेट एयरवेज हमला करने वाले और जिस पर हमला हुआ है, दोनों में कोई डिफरेंस नहीं करता है। वे आप पर निर्भर रहते हैं, यदि आप शिकायत करते हैं।''
- ''इस घटना के बाद जेट एयरवेज के स्टॉफ ने हमला करने वाले शख्स के खिलाफ कोई भी एक्शन लेने से मना कर दिया।''
- हालांकि, शाम होते-होते पुलिस ने उनका यह आरोप झूठा करार दे दिया।
पुलिस ने क्या दलील दी
- मुंबई पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर देवेन भारती ने कहा- कोई हमला नहीं हुआ। कन्हैया ने जो भी आरोप लगाए, जांच में उन्हें सही नहीं पाया गया।
- भारती ने ये भी कहा कि सीनियर इंस्पेक्टर के कई बार कहने के बाद भी कन्हैया केस दर्ज कराने को तैयार नहीं हुए।
आरोपी ने क्या कहा?
- इस मामले में आरोपी शख्स का नाम मानस डेका है जो कि टीसीएस में काम करता है।
- उसने पुलिस को बाताया, ''मेरे पैर में घाव था जिसकी वजह से मैं चल नहीं पा रहा था। उनके पैर पर मेरा पैर लग गया और उनकी गर्दन पर मेरा हाथ चला गया।''
- डेका ने आरोप लगाया कि कन्हैया ऐसा पब्लिसिटी के लिए कर रहे हैं।
पहले भी हमले हुए हैं कन्हैया पर
- 14 अप्रैल को नागपुर के नेशनल कॉलेज में एक प्रोग्राम के दौरान जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर पहले जूता और फिर चप्पल फेंकी गई।
- 24 मार्च को हैदराबाद में भी उन पर उस समय चप्पल फेंकी गई, जब वे हैदराबाद यूनिवर्सिटी के दलित स्टूडेंट रोहित वेमुला के सपोर्ट में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। बता दें कि रोहित ने सुसाइड किया था।
- वहीं, 10 मार्च को जेएनयू में भी कन्हैया को एक शख्स ने थप्पड़ मारा था।
कौन है कन्हैया कुमार?
- कन्हैया कुमार जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन का प्रेसिडेंट है। वह देश विरोधी नारेबाजी के मामले में आरोपी है।
- दरअसल, जेएनयू में 9 फरवरी को लेफ्ट स्टूडेंट्स के ग्रुप्स ने संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरु और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के को-फाउंडर मकबूल भट की याद में एक प्रोग्राम ऑर्गनाइज किया था। इसे कल्चरल इवेंट का नाम दिया गया था।
- साबरमती हॉस्टल के सामने शाम 5 बजे उसी प्रोग्राम में कुछ लोगों ने देश विरोधी नारेबाजी की। इसके बाद लेफ्ट और एबीवीपी स्टूडेंट्स के बीच झड़प हुई।
- 10 फरवरी को नारेबाजी का वीडियो सामने आया। दिल्ली पुलिस ने 12 फरवरी को देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया।
- इसके बाद जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार को अरेस्ट कर लिया गया। जबकि खालिद फरार हाे गया था। बाद में पता चला कि वह जेएनयू कैम्पस में ही था। कुछ दिन बाद उसने सरेंडर कर दिया।
- वहीं, कन्हैया कुमार को तिहाड़ भेजा गया था। कुछ दिन बाद वह 6 महीने की बेल पर रिहा हुआ।