पहलाज निहलानी ने सेंसर बोर्ड को बताया भ्रमित संगठन
निहलानी ने शाहरुख खान की हालिया रिलीज 'जब हैरी मेट सेजलÓ के निर्माताओं को फिल्म से 'इंटरकोर्सÓ शब्द हटाने को कहा था।
मुंबई, आइएएनएस। पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने सेंसर बोर्ड को भ्रमित संगठन करार दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के दिशा-निर्देश में ऐसा कोई नियम नहीं है कि फिल्मों में कैंची न चलाई जाए। निहलानी का सीबीएफसी अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल विवादों से भरा रहा। पिछले
हफ्ते केंद्र सरकार ने इस पद से उनकी छुट्टी कर गीतकार प्रसून जोशी को सीबीएफसी का नया अध्यक्ष बना दिया।
निहलानी ने शाहरुख खान की हालिया रिलीज 'जब हैरी मेट सेजलÓ के निर्माताओं को फिल्म से 'इंटरकोर्सÓ शब्द हटाने को कहा था। जबकि इसके बाद उन्होंने बांग्ला फिल्म 'धनंजयÓ में इस शब्द के इस्तेमाल की अनुमति दे दी थी। अपने इस फैसले की सफाई में अब निहलानी ने कहा, 'मुझे इस शब्द से कोई परेशानी नहीं थी। मैं व्यावहारिक व्यक्ति हूं। मैं यह जानता हूं कि शाह रुख के प्रशंसकों में बच्चे भी हैं और माता-पिता यह पसंद नहीं करेंगे कि वह 'जब हैरी मेट सेजलÓ में इंटरकोर्स के बारे में बात करें।Ó