स्टेशन का नाम ‘राममंदिर’ रखे जाने पर सियासत
मुंबई के पश्चिम रेलवे मार्ग पर बने एक नए स्टेशन का नाम ‘राममंदिर’ रखे जाने को लेकर सियासत शुरू हो गई है। यह नया स्टेशन जोगेश्वरी एवं गोरेगांव स्टेशनों के बीच बनाया गया है।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। मुंबई के पश्चिम रेलवे मार्ग पर बने एक नए स्टेशन का नाम ‘राममंदिर’ रखे जाने को लेकर सियासत शुरू हो गई है। यह नया स्टेशन जोगेश्वरी एवं गोरेगांव स्टेशनों के बीच बनाया गया है।
मुंबई से गुजरात की ओर जानेवाली पश्चिम रेलवे के उपनगरीय स्टेशनों में एक और स्टेशन बनकर तैयार है। इस स्टेशन के नामकरण की अधिसूचना शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी कर दी गई है। जिसके अनुसार नए स्टेशन का नाम ‘राममंदिर रेलवे स्टेशन’ होगा। अधिसूचना जारी किए जाने के बाद यह प्रस्ताव रेल बोर्ड के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद स्टेशन का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा। लेकिन उससे पहले ही स्टेशन का नाम ‘राममंदिर’ रखे जाने पर सियासत गरमाने लगी है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा है कि भाजपा स्टेशन का नाम राममंदिर रखकर मुंबई महानगरपालिका चुनाव में राम के नाम को भुनाना चाहती है।
जबकि महाराष्ट्र भाजपा के उत्तरभारतीय मोर्चा अध्यक्ष जयप्रकाश ठाकुर मलिक के आरोप का खंडन करते हुए कहते हैं कि जिस स्थान पर स्थानीय विधायक एवं राज्यमंत्री विद्या ठाकुर के प्रयास से यह स्टेशन बनाया गया है, उसके निकट ही 150 साल पुराना राममंदिर है। इस मंदिर के नाम पर ही स्टेशन की ओर जानेवाले मार्ग का नाम राममंदिर मार्ग एवं रेलवे क्रॉसिंग राममंदिर क्रॉसिंग के नाम से जानी जाती थी। अब इस क्रॉसिंग को बंद करके उसके स्थान पर ही नया रेलवेस्टेशन बनाया गया। जिसका नाम राममंदिर स्टेशन रखने का प्रस्ताव विद्या ठाकुर ने राज्य सरकार से किया था। जिसे सरकार ने मान्य करते हुए अधिसूचना जारी कर दी है।
जयप्रकाश ठाकुर पूछते हैं कि मुंबई के मध्य व पश्चिम रेलवे मार्गों पर स्थित स्टेशनों के नाम चर्चगेट, मस्जिद, महालक्ष्मी एवं गुरु तेगबहादुर नगर हो सकते हैं, तो राममंदिर रेलवे स्टेशन क्यों नहीं हो सकता ?