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मुंबई में चार मंजिला इमारत ढही, 11 की मौत

इमारत की सभी मंजिलों पर तीन से चार परिवार रहते थे। खबर लिखे जाने तक बचाव दल सिर्फ ऊपरी एक स्लैब हटा सका था।

By Babita KashyapEdited By: Published: Wed, 26 Jul 2017 03:35 PM (IST)Updated: Wed, 26 Jul 2017 04:09 PM (IST)
मुंबई में चार मंजिला इमारत ढही, 11 की मौत
मुंबई में चार मंजिला इमारत ढही, 11 की मौत

मुंबई, जेएनएन। घाटकोपर उपनगर में चार मंजिला इमारत ढह जाने से 11 लोगों के मारे जाने एवं करीब 30

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के घायल होने की सूचना है। मलबे में दबे लोगों को देखते हुए मरनेवालों की संख्या बढ़ भी सकती है। घाटकोपर (पश्चिम) के दामोदर पार्क क्षेत्र में स्थित चार मंजिला साईं सिद्धि इमारत मंगलवार सुबह करीब 10.30 बजे अचानक ढह गई। इमारत की सभी मंजिलों पर तीन से चार परिवार रहते थे। खबर लिखे जाने तक बचाव दल सिर्फ ऊपरी एक स्लैब हटा सका था।

अग्निशमन दल के मुख्य अधिकारी प्रभात रहांगदले के अनुसार अब तक 11 लोगों के शव निकाले गए हैं और लगभग एक दर्जन को मलबे से जिंदा निकाला गया है। मरनेवालों में  छह महिलाएं हैं। अस्पताल भेजे गए घायलों में आठ की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। दो दर्जन से अधिक लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका जताई गई है।

इमारत ढहने की सूचना अग्निशमन दल को सुबह 10.43 बजे मिली। कुछ ही देर में दुर्घटना स्थल पर अग्निशमन दल की 14 गाडिय़ों सहित एनडीआरएफ, बचाव दल, एंबुलेंस भी पर्याप्त संख्या में पहुंच गए। मुंबई में मंगलवार को मौसम साफ होने के कारण बचाव कार्य में दिक्कत नहीं आई। इसके बावजूद शाम तक

सिर्फ ऊपरी स्लैब ही हटाया जा सका। मलबे में फंसे लोगों को जीवित निकालने के लिए खोजी कुत्तों की मदद भी ली जा रही है। पड़ोसियों के अनुसार इमारत सिर्फ 35 साल पुरानी थी। मुंबई महानगरपालिका की तरफ से इसे खतरनाक भी घोषित नहीं किया गया था।

पड़ोसियों का मानना है कि इमारत बरसात के कारण नहीं, बल्कि इसकी निचली मंजिल पर हो रहे अनधिकृत निर्माण के कारण आई कमजोरी से गिरी। चार मंजिला रिहायशी इमारत के भूतल पर पहले एक निजी पॉलीक्लीनिक चलता था। कुछ समय पहले एक स्थानीय शिवसेना नेता ने पूरा भूतल खरीदकर उसमें गेस्टहाउस बनवाना शुरू किया। इसी प्रक्रिया में उसने भूतल पर बने आरसीसी के दो खंभे कटवा दिए।

स्थानीय कांग्रेसी सभासद प्रवीण छेड़ा का आरोप है कि ये खंबे काट देने के कारण ही इमारत कमजोर होकर ढह गई। मुंबई और ठाणे में अक्सर इस प्रकार की बहुमंजिला इमारतों के गिरने की घटनाएं सामने आती हैं। ज्यादातर पुरानी और कमजोर इमारतें बरसात के कारण गिर जाती हैं। लेकिन कई घटनाएं इमारत के साथ अवैध छेड़छाड़ के कारण होती हैं। 2007 में इसी प्रकार लक्ष्मी छाया नामक एक इमारत गिरने से 28 लोग मारे गए थे। उस इमारत में भी भूतल पर एक आभूषण व्यवसायी द्वारा अवैध निर्माण करवाया जा रहा था। 2013 में ठाणे में एक इमारत ढहने से 74 लोग मारे गए थे।


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