अब प्रदर्शित होगी फिल्म ऐ दिल है मुश्किल
मुश्किल में पड़ी फिल्म ऐ दिल है मुश्किल के प्रदर्शन का रास्ता इस शर्त पर साफ हो गया है कि अब भारतीय फिल्म निर्माता पाकिस्तानी कलाकारों-तकनीशियनों को काम नहीं देंगे।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। मुश्किल में पड़ी फिल्म ऐ दिल है मुश्किल के प्रदर्शन का रास्ता इस शर्त पर साफ हो गया है कि अब भारतीय फिल्म निर्माता पाकिस्तानी कलाकारों-तकनीशियनों को काम नहीं देंगे, ऐ दिल के प्रदर्शन से पहले उड़ी के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी और प्रोड्यूसर्स गिल्ड की तरफ से सैनिक कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपए की मदद दी जाएगी।
ऐ दिल है मुश्किल का प्रदर्शन दीवाली से ठीक पहले 28 अक्तूबर को होना प्रस्तावित है। करण जौहर की इस फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान ने काम किया। उड़ी में आतंकी हमले के बाद और खराब हुए भारत-पाकिस्तान रिश्तों के मद्देनजर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने इस फिल्म का प्रदर्शन न होने देने की धमकी दे रखी थी। लेकिन आज सुबह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के सरकारी आवास वर्षा पर हुई एक बैठक के बाद फिल्म के शांतिपूर्ण प्रदर्शन का रास्ता साफ हो गया। बैठक में मुख्यमंत्री के साथ मनसे प्रमुख राज ठाकरे, ह्यऐ दिल है मुश्किलह्ण के निर्माता करण जौहर एवं फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मुकेश भट्ट ने हिस्सा लिया।
बैठक के बाद मुकेश भट्ट ने पत्रकारों को बताया कि मैंने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया है कि प्रोड्यूसर्स गिल्ड भविष्य में पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेगा। भट्ट के अनुसार निर्माता करण जौहर अपनी फिल्म ऐ दिल है मुश्किल के प्रदर्शन से पहले उड़ी हमले शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए एक विशेष पट्टी प्रदर्शित करेंगे। यह हमारी ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि होगी। इसके अलावा प्रोड्यूसर्स गिल्ड की तरफ से सैनिक कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपयों की आर्थिक मदद भी दी जाएगी। बता दें कि मुख्यमंत्री की उपस्थिति में करण जौहर एवं मुकेश भट्ट के साथ राज ठाकरे की बैठक के बाद मनसे ने भी साफ कर दिया है कि अब वह ह्यऐ दिल है मुश्किलह्ण के प्रदर्शन में बाधा नहीं डालेगी।
इससे पहले 20 अक्तूबर को मुकेश भट्ट के नेतृत्व में सिने जगत के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली जाकर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। गृहमंत्री से मुलाकात के बाद भट्ट ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा था कि मुंबई में कानून-व्यवस्था ठीक नहीं है और लोगों में भय का वातावरण है। प्रतिनिधिमंडल ने 28 अक्तूबर को प्रदर्शित होनेवाली फिल्म ह्यऐ दिल है मुश्किलह्ण के लिए सुरक्षा की मांग की थी। राजनाथ सिंह से प्रतिनिधिमंडल को पूरी सुरक्षा का आश्वासन मिला था। सिने जगत के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के अगले ही दिन शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ सिहं मुंबई में पश्चिम क्षेत्रीय परिषद की बैठक में भाग लेने आए थे। माना जा रहा है कि वहां भी उन्होंने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से चर्चा की होगी। उसके बाद आज सुबह मुख्यमंत्री फड़नवीस ने अपने घर पर सभी पक्षों की बैठक बुलाकर फिल्म ह्यऐ दिल है मुश्किलह्ण के प्रदर्शन का रास्ता निकाला।
लेकिन यह रास्ता निकलने के बाद भी विवाद खत्म होता नहीं दिख रहा है। कांग्रेस, शिवसेना और समाजवादी पार्टी ने सरकार एवं मनसे को आड़े हाथों लिया है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा है कि राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदार मुख्यमंत्री इस प्रकार बिचौलिए की भूमिका निभाना खेदजनक है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी का मानना है कि राज ठाकरे का मकसद दहशत फैलाकर धन उगाही करना है। उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए। प्रदेश सरकार में भाजपा की साझीदार शिवसेना ने भी इस प्रकार हुए समझौते की निंदा की है।