अब भूखंड घोटाले के विवाद में फंसे एकनाथ खडसे
महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे अब एक नए विवाद में फंसते दिखाई दे रहे हैं। उनपर महंगे बाजार भाव की जमीन कौड़ियों के मोल अपनी पत्नी और दामाद के नाम खरीदने के आरोप लग रहे हैं।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे अब एक नए विवाद में फंसते दिखाई दे रहे हैं। उनपर महंगे बाजार भाव की जमीन कौड़ियों के मोल अपनी पत्नी और दामाद के नाम खरीदने के आरोप लग रहे हैं।
एक भवननिर्माता हेमंत गावंडे ने आरोप लगाया है कि खडसे ने पुणे के निकट एमआईडीसी (महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम) की तीन एकड़ जमीन कौड़ियों के मोल अपनी पत्नी मंदाकिनी खडसे एवं दामाद गिरीश महाजन के नाम खरीद ली है। भोसरी एमआईडीसी की इस जमीन की कीमत बाजार भाव पर करीब 40 एकड़ बताई जा रही है। लेकिन यह भूखंड खडसे ने इसके मूल मालिक अब्बाज रसूलभाई उकानी से सिर्फ तीन करोड़, 75 हजार में 28 अप्रैल, 2016 में खरीद ली है। इस भूखंड को लेकर खडसे के ही मंत्रालय में एक वाद भी लंबित बताया जा रहा है। खडसे की ओर से यह भूखंड खरीदने की पुष्टि भी की गई है। लेकिन यह सफाई भी दी गई है कि एमआईडीसी ने पिछले 40 वर्षों में इस भूखंड के अधिग्रहण का काम पूरा नहीं किया है। इसलिए यह जमीन अभी मूल मालिक अब्बास रसूलभाई उकानी के ही नाम पर थी। खडसे का कहना है कि जमीन की खरीद-फरोख्त पूरे नियमानुसार टीडीएस भरकर की गई है।
दूसरी ओर खडसे पर उक्त आरोप लगानेवाले भवननिर्माता हेमंत गावंडे ने जमीन एमआईडीसी के नाम होने के सरकारी कागज़ात मीडिया के सामने पेश किए। उनका कहना है कि एमआईडीसी ने यह जमीन 25 साल पहले अधिग्रहीत की थी एवं औद्योगिक इस्तेमाल के लिए उसकी प्लाटिंग भी की हुई है। गावंडे ने कथित जमीन मालिक अब्बास उकानी द्वारा मुंबई उच्चन्यायालय एवं राजस्व विभाग में दायर दावों की प्रतियां भी दी गई हैं। उकानी ने एमआईडीसी द्वारा अधिग्रहीत जमीन पर अपना दावा करते हुए मुंबई उच्चन्यायालय में दावा दायर किया था। जिसे उच्चन्यायालय ठुकरा चुका है। उच्चन्यायालय में सफलता न मिलने के बाद अब्बास उकानी ने खडसे के राजस्व मंत्रालय में जमीन पर कब्जे के दावा दायर किया था। खडसे पर आरोप है कि उन्होंने अपने ही मंत्रालय में दायर इस दावे का निस्तारण होने से पहले ही यह कीमती भूखंड अपनी पत्नी और दामाद के नाम लिखवा लिया है। दो दिन पहले ही अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद के कराची स्थित कथित आवास से खडसे के मोबाइल नंबर पर फोन आने एवं खडसे के एक सहायक द्वारा 30 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप लग चुके हैं।