Move to Jagran APP

कर्ज माफी की मांग अब फैशन बना : वेंकैया

एक कार्यक्रम में शिरकत करने मुंबई आए नायडू ने कहा, 'आजकल कर्ज माफ करने की मांग करना फैशन बन गया है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Fri, 23 Jun 2017 12:59 PM (IST)Updated: Sat, 24 Jun 2017 09:18 AM (IST)
कर्ज माफी की मांग अब फैशन बना : वेंकैया
कर्ज माफी की मांग अब फैशन बना : वेंकैया

मुंबई, प्रेट्र। केंद्रीय नगरीय विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि कर्ज माफी की मांग करना अब फैशन बन गया है। लेकिन यह कोई अंतिम समाधान नहीं है। इस पर बहुत ही खराब हालात में विचार करना चाहिए। कर्ज माफ करने की मांग को लेकर हाल ही में किसानों ने मुख्यत: भाजपा शासित राज्यों जैसे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश,

loksabha election banner

हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश आदि र्ने ंहसक विरोध-प्रदर्शन किया है। एक कार्यक्रम में शिरकत करने मुंबई आए नायडू ने कहा, 'आजकल कर्ज माफ करने की मांग करना फैशन बन गया है।

उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी फसल की अच्छी कीमत मिलनी चाहिए। और उन किसानों की भी मदद की जानी चाहिए जो भारी संकट में हैं। बसे जरूरी बात यह है कि हमें उनके लिए पर्याप्त मूलभूत ढांचा तैयार करना चाहिए। उन्हें गोडाउन, कोल्ड स्टोरेज, रेफिजरेटर वैन और ऐसी ही कई अन्य सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए। उल्लेखनीय है कि अब तक महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और पंजाब जैसे बड़े राज्यों ने किसानों के करोड़ों रुपये की कर्ज माफी की घोषणा कर दी है।

केजरी और येचुरी ने वेंकैया के बयान की निंदा की:

केंद्रीय मंत्री नायडू के बयान से गुस्साए आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि नायडू का बयान बताता है कि वह अमीरों के प्रति पक्षपाती हैं। वहीं माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने पूछा कि क्या सरकार किसानों की खुदकुशी को भी 'फैशनेबल' करार देगी। उन्होंने कहा कि किसानों की कर्ज माफी से ज्यादा करने की जरूरत है। हमें किसानों का मजाक नहीं बनाना चाहिए। 

सरकार को आधारभूत ढांचा खड़ा करने पर ध्यान देना चाहिए: 

सरकारी एयरलाइंस एयर इंडिया को बेचने के केंद्र के प्रस्ताव पर वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार की भूमिका इसमें सुविधा मुहैया कराने वाले और प्रशासक की ही है। जिसे अपना सारा ध्यान आधारभूत ढांचा खड़ा करने पर देना चाहिए। हमने देखा है कि एयर इंडिया के साथ क्या हुआ। यह सरकार का काम नहीं है कि वह कारोबार करे। उसे प्रशासन, स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधाएं मुहैया कराने और मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।  

यह भी पढ़ें:  अमिताभ से निरूपम की अपील जीएसटी कैंपेन से दूर रहें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.