अपने मंत्रियों के बचाव में उतरे फडऩवीस
महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा की कार्यकारिणी बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस शनिवार को भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे अपने मंत्रियों का बचाव करते नजर आए।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा की कार्यकारिणी बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस शनिवार को भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे अपने मंत्रियों का बचाव करते नजर आए। कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक शनिवार को पुणे में शुरू हुई ।
देवेंद्र फड़नवीस सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे एकनाथ खडसे को एक जमीन खरीदी घोटाले में घिरने के बाद पिछले सप्ताह ही अपना पद छोड़ना पड़ा था। लेकिन शनिवार को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में खडसे मंच की प्रथम पंक्ति में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठे दिखाई दिए। मुख्यमंत्री फड़नवीस ने भी खडसे का बचाव करते हुए कहा कि उन पर लग रहे सभी आरोप तथ्यहीन हैं, और हमें भरोसा है कि वे इस अग्निपरीक्षा से पाक-साफ बाहर आएंगे। फड़नवीस ने खडसे के अलावा अन्य मंत्रियों, शिक्षामंत्री विनोद तावड़े, ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे, जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन आदि पर भी लग रहे आरोपों को झुठलाते हुए कहा कि हमारे मंत्रियों पर गलत आरोप लगाकर सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। इनमें से एक पर भी लगा कोई आरोप आज तक साबित नहीं हुआ है, लेकिन अखबारों में 15-15 दिन तक खबरें चलती रहती हैं। जिसके कारण सरकार की छवि खराब होती है।
फड़नवीस का कहना है कि कांग्रेस और राकांपा उनकी सरकार पर इसलिए झूठे आरोप लगा रहे हैं, क्योंकि हम ईमानदारी से काम कर रहे हैं। अपनी सरकार बनने के कुछ महीने बाद ही मंत्री पंकजा मुंडे पर लगे चिक्की घोटाल के आरोप पर बोलते हुए फड़नवीस ने कहा कि आदिवासी क्षेत्र के विद्यालयों के लिए चिक्की (गुड़ की पट्टी) खरीदने के प्रस्ताव पर उनके पहले की कांग्रेस-राकांपा सरकार ही दस्तखत करके गई थी। लेकिन कांग्रेस-राकांपा अपने पाप का ठीकरा भी हमारी सरकार पर फोड़ना चाहते हैं। भाजपा सूत्रों के अनुसार केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू की उपस्थिति में चल रही प्रदेश कार्यकारिणी बैठक के दौरान वरिष्ठ नेताओं के बीच फड़नवीस सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार पर भी चर्चा हुई है। यह विस्तार अगले सप्ताह हो सकता है। जिसमें खडसे के इस्तीफे से खाली हुए स्थान के अलावा करीब आठ और मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है।