महाराष्ट्र विधानसभा में वंदेमातरम पर तकरार
अबू आसिम आजमी ने कहा कि सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा और हिंदुस्तान जिंदाबाद जैसे नारे हम हजार बार लगाएंगे, लेकिन वंदेमातरम नहीं गाएंगे।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। राष्ट्रगीत वंदेमातरम गाने की अनिवार्यता को लेकर महाराष्ट्र विधानसभा में जमकर तकरार हुई। शुक्रवार को यह तकरार भाजपा विधायकों के साथ सपा एवं एमआईएम विधायकों के बीच हुई। भाजपा के वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से ने सवाल किया कि वंदेमातरम न गाओ, यह किस ग्रंथ में लिखा है दिखाओ? खड़से ने कहा कि यदि इस देश में रहना है तो वंदेमातरम गाना होगा। भाजपा के एक अन्य विधायक अनिल गोटे ने खड़से की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इस देश में रहने वालों
को वंदेमातरम गाना होगा।
इसका विरोध करते हुए अबू आसिम आजमी ने कहा कि सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा और हिंदुस्तान जिंदाबाद जैसे नारे हम हजार बार लगाएंगे, लेकिन वंदेमातरम नहीं गाएंगे। वंदेमातरम इस्लाम विरोधी है।
आजमी ने कहा, 'देश के लिए कई मुसलमानों ने भी बलिदान दिया है। छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना में कई मुस्लिम सरदार भी थे। इसलिए हम देशविरोधी हैं, ऐसा दुष्प्रचार मत कीजिए।' खड़से ने इसके जवाब में कहा कि जिस वंदेमातरम को गाते हुए स्वतंत्रता संग्राम लड़ा गया, उस पर आक्षेप कैसा? उन्होंने सवाल
किया कि जिस मिट्टी में तुम्हारा जन्म हुआ, तुम पले-बढ़े, मरने के बाद यहीं दफन होना है। उस मिट्टी की वंदना में अड़चन कैसी?
दो दिन पहले मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु के स्कूल-कॉलेजों एवं सरकारी कार्यालयों में सप्ताह में कम से कम एक दिन वंदेमातरम गाना अनिवार्य करने का आदेश दिया है। महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक राज के. पुरोहित ने गुरुवार को विधानभवन के बाहर कहा था कि वह मुख्यमंत्री से महाराष्ट्र में
वंदेमातरम गाना अनिवार्य करने की मांग करेंगे।
पुरोहित ने कहा था कि वह सदन में भी यह मांग उठाएंगे। एमआईएम के विधायक वारिस पठान ने कहा था कि वह सदन में इस मांग का विरोध करेंगे। क्योंकि उनका धर्म और कानून इसे गाने की इजाजत नहीं देता। कोई सिर पर रिवाल्वर रख दे, तो भी वह नहीं गा सकते। सपा विधायक अबू आसिम आजमी ने भी पठान के सुर में सुर मिलाते हुए कहा था कि एक सच्चा मुसलमान इसे कभी नहीं गाएगा। मुझे देश से बाहर भी फेंका जाता है, तो मैं इसे नहीं गाऊंगा।