भुजबल का मददगार डॉक्टर सस्पेंड, जांच में पाया गया दोषी
घोटाले के आरोपों में जेल में बंद पूर्वमंत्री छगन भुजबल को अस्पताल में भर्ती कराए जाने के मामले में आर्थर रोड जेल के डाक्टर डा राहुल घुले को निलंबित कर दिया गया है। शुक्रवार को महानिरीक्षक (जेल) बिपिन कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
मुंबई। घोटाले के आरोपों में जेल में बंद पूर्वमंत्री छगन भुजबल को अस्पताल में भर्ती कराए जाने के मामले में आर्थर रोड जेल के डाक्टर डा राहुल घुले को निलंबित कर दिया गया है। शुक्रवार को महानिरीक्षक (जेल) बिपिन कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर डा घुले के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा।
भायखला जेल में पत्रकारों से बातचीत में कुमार ने बताया कि भुजबल को यदि दांत में तकलीफ थी तो उनके दांत का इलाज किया जाना चाहिए था। लेकिन डा घुले ने कागजात में छेड़छाड़ कर भुजबल को सेंट जार्ज अस्पताल में भर्ती कराया।
उन्होंने यह कार्य भुजबल को फायदा पहुंचाने के लिए किया। फिलहाल उन्हें निलंबित कर मामले की जांच की जा रही है। डा घुले के आरोपों की बाबत बिपिन कुमार ने कहा कि उनके आरोपों की भी जांच की रही है। डा घुले ने आरोप लगाया है कि जेल में भुजबल को वीआईपी सेवा दी जा रही है।
इसकी शिकायत मैंने पत्र लिख मुख्यमंत्री से की है। इसलिए जेल अधीक्षक द्वारा मुझे फंसाया जा रहा है।
क्या है मामला
बिपिन कुमार के मुताबिक डा बनसोडे ने 16 अप्रैल को दांत दर्द की शिकायत के बाद जेल के दवाखाने में भुजबल के दांत व जबड़ों की जांच की थी। एक्सरे आदि के लिए उनको 18 अप्रैल को सेंट जार्ज अस्पताल में भेजने के लिए पुलिसबल की मांग की गई थी।
18 अप्रैल को भुजबल को जेल से सेंट जार्ज अस्पताल ले जाने के ऐन पहले जेल के गेट पर डा घुले ने भुजबल के इलाज से संबंधित कागजात पर ‘डेंटल ओपीडी’ के सामने ‘मेडिकल ओपीडी सेंट जार्ज अस्पताल’ लिख दिया।
इसकी सूचना उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी और भुजबल को जेल से अस्पताल के लिए रवाना करने के बाद खुद घर चले गए।
प्राथमिक जांच में पता चला है कि डा घुले ने भुजबल को जेल से बाहर अस्पताल पहुंचाने के लिए गलत तरीके से मदद की।