अर्जुन कपूर ने किया जागरण फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन
जागरण फिल्म फेस्टिवल सिनेप्रेमियों के लिए एक सुनहरा मौका है। इसकी अच्छी बात यह है कि यह देश के 16 विभिन्न शहरों में होता है। इसके जरिये छोटे शहरों के लोगों को भी विविध फिल्मों से रूबरू होने का मौका मिलता है। यह सिर्फ फिल्मों के शौकीनों ही नहीं, बल्कि इसमें करियर बनाने वालों के लिए भी उपयोगी है। अभिनेता अर्जुन कपूर ने सातवें जागरण फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन करने के दौरान ये विचार व्यक्त किए।
स्मिता श्रीवास्तव, मुंबई। जागरण फिल्म फेस्टिवल सिनेप्रेमियों के लिए एक सुनहरा मौका है। इसकी अच्छी बात यह है कि यह देश के 16 विभिन्न शहरों में होता है। इसके जरिये छोटे शहरों के लोगों को भी विविध फिल्मों से रूबरू होने का मौका मिलता है। यह सिर्फ फिल्मों के शौकीनों ही नहीं, बल्कि इसमें करियर बनाने वालों के लिए भी उपयोगी है। अभिनेता अर्जुन कपूर ने सातवें जागरण फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन करने के दौरान ये विचार व्यक्त किए।
समारोह की शुरुआत फिल्म 'रोड टू इस्तांबुल' से हुई। 92 मिनट की यह फिल्म युद्धग्रस्त सीरिया और आइएस की पृष्ठभूमि पर बनी है। फेस्टिवल में क्षेत्रीय भाषाओं सहित देश-विदेश की 164 फिल्में दिखाई जाएंगी।
इस मौके पर 'टाकीज: सिनेमा का सफर' नामक किताब का विमोचन किया गया। इसके बारे में दैनिक जागरण के फिल्म संपादक अजय ब्रह्मïात्मज ने कहा, पिछले साल फेस्टिवल की मास्टर क्लास के दौरान की बातों को इसमें शामिल किया गया है। इसमें राजकुमार हिरानी, इम्तियाज अली जैसे फिल्ममेकरों से हुई बातचीत शामिल है। इससे नवोदित फिल्ममेकरों को प्रेरणा मिलेगी। इसमें मीडिया में छपने वाली आम चर्चा नहीं, बल्कि फिल्ममेकिंग की शैली, उसके कामकाज के तरीकों पर विस्तृत बातचीत है। समारोह अंधेरी (पश्चिम) स्थित फन रिपब्लिक सिनेमाघर में दो अक्टूबर तक चलेगा।