छठ पूजा पर राजनीति तेज, भाजपा कांग्रेस एक दूसरे पर लगा रही है आरोप
जुहू तट पर हर साल होने वाले छठ पूजा को लेकर अदालत के आदेश के बाद इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है।
मुंबई। जुहू तट पर हर साल होने वाले छठ पूजा को लेकर अदालत के आदेश के बाद इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है।
भाजपा के उत्तरभारतीय नेता व मुंबई भाजपा के महासचिव अमरजीत मिश्र ने आरोप लगाया है कि मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम आस्था के पर्व को राजनीति और मनोरंजन का केंद्र बनाने पर तुले हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार छठ पूजा करनेवालों के लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। इससे पहले निरुपम ने राज्य सरकार पर छठ पूजा को लेकर भेदभाव करने का आरोप लगाया था।
उनके आरोप को खारिज करते हुए मिश्र ने कहा कि जुहू समुद्र तट पर छठ पर्व के आयोजन का मामला 2008 से न्यायालय में है। तब राज्य और केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। तभी कोर्ट का आर्डर आया कि समुद्र तट पर होने वाले छठ पूजा में आने वाले सेलिब्रिटी से श्रद्धालुओं को तकलीफ होती है लिहाजा आयोजक पूजा में मनोरंजन कार्यक्रम न करें और सेलिब्रिटी न बुलाएं। कोर्ट ने कलेक्टर को भी निर्देशित किया कि उन्हें पूजा के लिए उचित जगह उपलब्ध कराये। पूर्व सांसद निरुपम को कलेक्टर के जिस 8 नंबर के नियम पर आपत्ति है उसमे भी स्पष्ट लिखा है कि सेलिब्रिटी के आने से श्रद्धालुओं को परेशानी होती है। भजन कीर्तन पर किसी भी तरह की आपत्ति नहीं जताई गयी है।
मिश्र ने कहा कि निरुपम प्रशासन पर भेदभाव का आरोप कैसे लगा सकते हैं जबकि कई आयोजकों का आवेदन रद्द करने के बाद भी कलेक्टर ने उन्हें आयोजन की अनुमति दी है।
जबकि बार बार निर्देशों का पालन करने की सख्त हिदायत देने के बावजूद आयोजकों ने नियम तोड़े। मिश्र का कहना है छठ पूजा में आनेवाले लोग सिर्फ पूजा के लिए ही आएं ,न कि सेलिब्रिटी बनकर तालियां बटोरने के लिए पहुंचे।