यदि 60 घंटे तक नहीं खोजते पेपर तो सजा से बच जाते सलमान
13 साल पुराने हिट एंड रन केस में सजा मिलते ही एक्टर सलमान खान को बुधवार को हाईकोर्ट ने दो दिन की अंतरिम जमानत दे दी थी, जो शुक्रवार को खत्म हो रही है। शुक्रवार को हाईकोर्ट के फैसले पर यह निर्भर करेगा कि सलमान जेल जाएंगे या नहीं।
मुंबई। 13 साल पुराने हिट एंड रन केस में सजा मिलते ही एक्टर सलमान खान को बुधवार को हाईकोर्ट ने दो दिन की अंतरिम जमानत दे दी थी, जो शुक्रवार को खत्म हो रही है। शुक्रवार को हाईकोर्ट के फैसले पर यह निर्भर करेगा कि सलमान जेल जाएंगे या नहीं। बॉलीवुड के इस हाईप्रोफाइल केस में सबकुछ इतना आसान भी नहीं था। मामले में कई बार गवाह पलटते रहे। फरार हुए। यहां तक की 2014 में केस के पेपर भी गुम हुए थे। लेकिन मामले में कुछ किरदार ऐसे भी थे जिन्होंने केस में मुंबई पुलिस की वापसी कराई और केस जितवाया। इनमें से एक नाम है मुंबई पुलिस के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर दिनेश पाटकर का। दिनेश वहीं शख्स हैं, जिन्होंने सलमान केस के पेपर गुम होने के बाद लगातार 60 घंटे तक केस के पेपर खोजे और उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया। यदि कोर्ट में कागजात पेश नहीं होते तो सलमान को शायद सजा नहीं होती।
सुनवाई के दौरान पेपर गुम होने की बात आई सामने
मामला 2014 का है। जब सेशन कोर्ट में हिट एंड रन केस के गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे थे। सुनवाई के दौरान जज को एक याचिका के द्वारा पता लगा कि केस के सेट नंबर 56 और 63 के महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब हैं। यह दस्तावेज सलमान को दोषी साबित करने के लिए जरुरी थे, क्योंकि इन कागजातों में चश्मदीदों के बयान, पंचनामा और बांद्रा स्टेशन डायरी की जानकारी मौजूद थी। यदि यह पेपर नहीं मिलते तो शायद सलमान दोषी करार नहीं दिए जा सकते थे।