लड़कियों के कपडे पहन लड़के निकले सड़कों पर
कपड़ों से किसी के व्यक्तित्व और चरित्र को मत आंको, न ही कपड़ों को लेकर किसी पर भी बंदिशें लगाओ, खासकर महिलाओं पर। यह संदेश देने के लिए 10 लड़के महिलाओं के कपड़े पहनकर मुंबई की सड़कों पर निकल पड़े।
मुंबई। कपड़ों से किसी के व्यक्तित्व और चरित्र को मत आंको, न ही कपड़ों को लेकर किसी पर भी बंदिशें लगाओ, खासकर महिलाओं पर। यह संदेश देने के लिए 10 लड़के महिलाओं के कपड़े पहनकर मुंबई की सड़कों पर निकल पड़े। बीती चार अप्रैल की रात पृथ्वी थियेटर से जुहू बीच तक इन्होंने लड़कियों के साथ नाइट वॉक की। जब लोगों ने पूछा कि आप लोग ऐसे क्यों घूम रहे हो..तो इनका जवाब था 'माई च्वाइस।
इस रूप का नाम है 'व्हाई लॉइटर। इनकी मुहिम का मकसद है आजाद जिंदगी। यानी कोई शख्स अपनी मर्जी से जिए, जो मन करे वो पहने। दूसरों के कपड़ों पर या उनकी किसी भी इच्छाओं पर हमें पाबंदी लगाने का कोई हक नहीं है। किसी लड़के ने अगर गुलाबी रंग की ड्रेस पहनी है तो जरूरी नहीं कि वह 'गे ही हो। ऐसे ही पब्लिक प्लेस पर जब लड़के कभी भी, कैसे भी कपड़ों में घूम सकते हैं, तो फिर लड़कियों पर ही बंदिशें क्यों लगाई जाती हैं?
तुर्की से मिली प्रेरणा
तुर्की में भी महिलाओं के खिलाफ हिंसा बड़ी समस्या बनी हुई है। फरवरी में दुष्कर्म का विरोध करने पर यहां एक लड़की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद पुरुषों ने स्कर्ट पहन महिलाओं के खिलाफ हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया था।